Business News: अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी ऐसा कोई सेगमेंट नहीं छोड़ना चाहते, जहां बड़े रिटेल बिजनेस की संभावनाएं हों. रिटेल सेक्टर में अपने आक्रामक रुख को बनाए रखते हुए देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी रिलायंस रिटेल ने अब तक कई बड़े ब्रांड्स के साथ या तो पार्टनरशिप की है या उनमें हिस्सेदारी खरीद ली है. अब रिलायंस इंडस्ट्रीज ने टाटा ग्रुप के ‘लो-कॉस्ट’ ब्रांड ‘जूडियो’ को टक्कर देने का पूरा प्लान बना लिया है. रिलायंस ग्रुप इन दिनों ब्रिटेन के मशहूर फैशन ब्रांड प्रिमार्क (Primark) को भारत में लाने के लिए बातचीत के दौर में है. इससे सिर्फ टाटा के जूडियो ही नहीं बल्कि लैंडमार्क ग्रुप के ‘मैक्स’ ब्रांड और शॉपर्स स्टॉप के ‘इन-ट्यून’ ब्रांड को भी कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है.
ब्रिटेन में कपड़े-जूतों के लिए मशहूर है प्रिमार्क
प्रिमार्क 55 साल पुराना ब्रांड है. ये अपने कम कीमत वाले कपड़ों और जूतों के लिए ना सिर्फ ब्रिटेन बल्कि पूरे यूरोप में काफी मशहूर है. प्रिमार्क खुद लंबे समय से इंडिया के मार्केट में एंट्री करने की योजना बना रहा है और इसका इवेल्यूएशन कर रहा है. ईटी की खबर के मुताबिक वह रिलायंस के साथ पार्टनरशिप करके जॉइंट वेंचर या लाइसेंस रूट से भारत में आ सकता है.
ब्रिटेन और यूरोप में प्रिमार्क के अधिकतर स्टोर हाईवे पर होते हैं. कंपनी अन्य विदेशी ब्रांड की तरह मॉल में अपने स्टोर खोलने की पॉलिसी को फॉलो नहीं करती है. कोविड के बाद प्रिमार्क के ग्लोबल रिवेन्यू में भी जबरदस्त उछाल देखा गया है. प्रिमार्क के सामान की एवरेज कीमत H&M और Uni Qlo जैसे ब्रांड के मुकाबले बेहद कम होती है. प्रिमार्क के सबसे ज्यादा कपड़े और जूते चीन में तैयार होते हैं. इसके बाद उसके सप्लायर में दूसरे नंबर पर भारत की कई छोटी-बड़ी फैक्टरियां आती हैं.
रिलायंस की स्ट्रेटजी के मुताबिक है ये डील
अगर रिलायंस और प्रिमार्क की डील पक्की होती है, तो ये उसकी रिटेल स्ट्रेटजी के मुताबिक होगी. रिलायंस रिटेल ने कई नेशनल और इंटरनेशनल ब्रांड्स को अपने साथ मिलाया है. देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी होने के नाते उसकी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा ब्रांड उसकी एक ही छत के नीचे हों.