J&K Election 2024: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए जम्मू-कश्मीर के पुंछ के सुरनकोट में पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार किया। उन्होंने सुरनकोट के स्पोर्ट्स स्टेडियम में एक बड़ी रैली को संबोधित किया। राहुल ने पार्टी उम्मीदवार शाहनवाज चौधरी के लिए प्रचार किया। उनकी रैली मूल रूप से सुबह 9:30 बजे के लिए निर्धारित थी, जिसका समय बाद में बदल दिया गया। यह पहली बार था जब राहुल गांधी चुनाव प्रचार के लिए सुरनकोट आए थे। सुरनकोट में करीबी मुकाबला होने की उम्मीद है, जहां शाहनवाज चौधरी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं, जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार मुश्ताक बुखारी हैं।
राहुल गांधी का हमला: 'PM मोदी के आत्मविश्वास में कमी'
रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आत्मविश्वास अब पहले जैसा नहीं रहा। उन्होंने दावा किया कि जब वे लोकसभा में प्रधानमंत्री के सामने खड़े होते हैं, तो उन्हें साफ दिखता है कि मोदी का आत्मविश्वास खत्म हो गया है। उन्होंने कहा, "पहले जो 56 इंच की छाती वाले नरेंद्र मोदी थे, अब वो वैसे नहीं रहे। वे जो भी कानून लाते हैं, हम उसके खिलाफ खड़े होते हैं, और वे उसे पास नहीं करा पाते।"
'नफरत की राजनीति' का आरोप
राहुल गांधी ने भाजपा पर देश में नफरत और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "BJP के लोग 24 घंटे नफरत और हिंसा फैलाते हैं। ये नफरत की राजनीति करते हैं, जबकि हमारा संदेश है कि नफरत को नफरत से नहीं, बल्कि मोहब्बत से काटा जा सकता है। हमने हर राज्य में नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकानें खोली हैं।"
जम्मू-कश्मीर की स्टेटहुड वापस करने का वादा
राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर से छीनी गई स्टेटहुड की बहाली को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि किसी राज्य को यूनियन टेरिटरी में बदला गया है, जबकि पहले यूनियन टेरिटरी को राज्य में बदला जाता था। राहुल ने वादा किया कि अगर उनकी सरकार बनती है, तो जम्मू-कश्मीर को एक बार फिर राज्य का दर्जा मिलेगा। उन्होंने कहा, "आपका लोकतांत्रिक हक आपसे छीना गया है, और हम इसे वापस लाएंगे।"
राहुल का रोजगार और आर्थिक स्थिति पर जोर
राहुल गांधी ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी का संकट है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और गलत जीएसटी लागू करने जैसे फैसलों ने छोटे व्यापारियों और व्यापार को बर्बाद कर दिया है। राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार केवल 2-3 अरबपतियों को फायदा पहुंचा रही है, जबकि देश के गरीब और मध्यम वर्ग के लोग संकट का सामना कर रहे हैं।
राहुल गांधी की रैली का महत्व
सुरनकोट में आयोजित यह रैली विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि यहां कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन के उम्मीदवार शाहनवाज चौधरी के लिए कड़ा मुकाबला है। भाजपा उम्मीदवार मुश्ताक बुखारी उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं, और इस सीट पर दोनों पार्टियों के बीच करीबी मुकाबला होने की उम्मीद है। रैली में राहुल गांधी की उपस्थिति ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: प्रमुख बातें
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 2019 में आर्टिकल 370 हटाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। राज्य में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 7 अनुसूचित जाति और 9 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन कर 90 में से 83 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिसमें 51 पर NC और 32 पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। बाकी सीटों पर फ्रेंडली फाइट या अन्य दलों का समर्थन किया जा रहा है।
भाजपा ने 90 में से 62 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं और वह जम्मू क्षेत्र की सभी 43 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
निष्कर्ष
राहुल गांधी की सुरनकोट रैली ने जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के चुनाव प्रचार को नई ऊर्जा दी है। उनके भाषण ने न केवल भाजपा और पीएम मोदी की आलोचना की, बल्कि स्टेटहुड की बहाली और रोजगार के मुद्दे पर जोर देकर स्थानीय लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई। अब यह देखना होगा कि उनकी यह रैली चुनाव परिणामों पर कितना प्रभाव डालती है।