Maharashtra Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए वोटिंग में अब केवल एक सप्ताह का समय बाकी है, और जैसे-जैसे चुनावी तारीख करीब आ रही है, राज्य में राजनीतिक दलों के बीच टकराव और बयानबाजी भी तेज हो गई है। आगामी 20 नवंबर को महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इसी चुनावी माहौल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिवसेना यूबीटी (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच तीखे बयानों का सिलसिला देखने को मिला है।
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी रैली के दौरान महाविकास अघाड़ी (MVA) के गठबंधन दल कांग्रेस और इसके नेता राहुल गांधी को चुनौती दी थी कि वे दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की प्रशंसा करके दिखाएं। इस चुनौती पर उद्धव ठाकरे ने कड़ी प्रतिक्रिया दी, और प्रधानमंत्री पर जमकर निशाना साधा। आइए, जानते हैं कि उद्धव ठाकरे ने क्या कहा और उनके जवाब में किस प्रकार का पलटवार किया।
उद्धव ठाकरे का जवाब: "राहुल ने कभी मुझे नकली संतान नहीं कहा"
उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान का जवाब देते हुए कहा कि पीएम मोदी आज नांदेड़ में थे, और वे भी वहीं से आ रहे थे। उद्धव ने कहा, “सौभाग्य से मुझे पीएम मोदी के दर्शन नहीं हुए, ये मेरा नसीब है।” उन्होंने मोदी की चुनौती का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें राहुल गांधी को चुनौती देने के बजाय खुद के बयानों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के दौरान शिवाजी पार्क में आयोजित MVA की सभा में बालासाहेब ठाकरे के स्मृतिस्थल पर जाकर उनका सम्मान किया था, जो उनकी बालासाहेब ठाकरे के प्रति श्रद्धा को दर्शाता है।
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि अगर मोदी जी की टीम ने उन्हें वह वीडियो नहीं भेजा होगा, जिसमें राहुल गांधी बालासाहेब के स्मारक पर अभिवादन करते दिख रहे हैं, तो वह खुद पीएम मोदी को वह वीडियो भेज देंगे। उद्धव ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कभी भी उन्हें "नकली संतान" नहीं कहा, जबकि यह अपमानजनक टिप्पणी खुद पीएम मोदी ने की थी।
पीएम मोदी की चुनौती: बालासाहेब ठाकरे की प्रशंसा करने की मांग
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने हालिया भाषण में कांग्रेस के नेताओं, विशेष रूप से राहुल गांधी को, बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा और उनकी प्रशंसा करने की चुनौती दी। मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता बालासाहेब ठाकरे के योगदान और उनके विचारों के प्रति आदर व्यक्त करने में असमर्थ हैं। पीएम मोदी ने जनसभा में कहा, “कांग्रेस के नेताओं के मुंह से बालासाहेब की प्रशंसा के लिए एक शब्द भी निकलता नहीं है। मैं कांग्रेस के नेताओं से, युवराज के मुंह से बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा की सार्वजनिक प्रशंसा करने की चुनौती देता हूं।”
चुनावी दौर में बढ़ती बयानबाजी
इस तरह के बयानों का आदान-प्रदान चुनाव के समय में पक्षों को अपनी स्थिति मजबूत करने का एक तरीका है। बालासाहेब ठाकरे की विरासत का सवाल महाराष्ट्र में भावनात्मक और राजनीतिक महत्व रखता है, और इस पर होने वाली चर्चा से दोनों पक्षों को समर्थन या विरोध मिलने की संभावना रहती है। उद्धव ठाकरे के जवाब और पीएम मोदी की चुनौती से यह स्पष्ट है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तेज होगा।
चुनावी माहौल में मतदाताओं के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि विभिन्न दल किस प्रकार से जनता को अपनी ओर आकर्षित करते हैं और कैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।