Rahul Gandhi News: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं, जहां वे भारत से जुड़े विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपने विचार साझा कर रहे हैं। हाल ही में एक अमेरिकी कार्यक्रम में, राहुल गांधी ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बारे में खुलकर बात की और पाकिस्तान पर भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। इसके साथ ही, उन्होंने चीन के बढ़ते प्रभाव पर भी अपनी चिंता व्यक्त की।
पाकिस्तान पर आतंकवाद के आरोप
राहुल गांधी ने भारत-पाकिस्तान संबंधों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोई भी कोशिश न केवल दोनों देशों के रिश्तों को खराब करती है, बल्कि पूरे क्षेत्र की स्थिरता को भी प्रभावित करती है। उन्होंने कहा, "हम यह स्वीकार नहीं करेंगे कि पाकिस्तान हमारे देश में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। यह स्थिति दोनों देशों को पीछे धकेल रही है और इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। जब तक पाकिस्तान इस तरह की गतिविधियों को जारी रखेगा, तब तक समस्याएं बनी रहेंगी।"
राहुल गांधी का यह बयान भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव और संघर्ष की स्थिति को देखते हुए महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी तरह की आतंकवादी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा और दोनों देशों के बीच स्थायी शांति और समझौते के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
चीन की ताकत और भारत की स्थिति
राहुल गांधी ने चीन के बढ़ते प्रभाव पर भी अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "चीन की ताकत में भारी वृद्धि हुई है और चीन हमारे पड़ोसी के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हमारी अमेरिका के साथ रिश्तों के कारण हम एक बड़े भू-राजनीतिक परिदृश्य में फंसे हुए हैं।" उन्होंने भारत की बहुलता और लोकतंत्र की महत्वता को भी उजागर किया, यह बताते हुए कि भारत एक खुला और विचारशील देश है जो अपनी लोकतांत्रिक संपत्ति को कमजोर नहीं कर सकता।
राहुल गांधी ने कहा, "भारत एक बहुत ही बहुलता वाला देश है, और हमें अपने लोकतंत्र को कमजोर नहीं करना चाहिए। यह सिर्फ भारत की संपत्ति नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया की संपत्ति है और हमारी सभी रणनीतिक अनिवार्यताओं की नींव है।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अपनी बहुलता और लोकतंत्र की रक्षा करनी चाहिए, ताकि देश की अंतर्राष्ट्रीय स्थिति मजबूत बनी रहे।
राहुल गांधी के ये बयान न केवल भारत की अंतर्राष्ट्रीय स्थिति पर विचार करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि वे अपनी विदेश नीति के दृष्टिकोण को स्पष्ट करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। अमेरिका में अपने दौरे के दौरान, उन्होंने वैश्विक मुद्दों पर भारत की स्थिति को समझाने का प्रयास किया और विभिन्न देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।