+

Russia-Ukraine War:पुतिन ने न्यूक्लियर फोर्स को दिया युद्धाभ्यास का आदेश, कही बड़ी बात

Russia-Ukraine War: यूक्रेन के साथ जंग के बीच रूस का आक्रामक रुख देखने को मिल रहा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरफ से आदेश मिलने के बाद रूस अपने

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से चला आ रहा तनाव एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। हाल ही में, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने देश की परमाणु शक्ति का प्रदर्शन करते हुए मिसाइल प्रक्षेपण अभ्यास का आदेश दिया। इस आदेश के साथ ही रूस की न्यूक्लियर फोर्स ने विभिन्न प्रकार की परमाणु मिसाइलों की टेस्टिंग शुरू कर दी। इस व्यापक अभ्यास में बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया गया है, जिसे रूस ने अपनी सुरक्षा और संप्रभुता की "विश्वसनीय गारंटी" बताया है।

पुतिन की परमाणु शक्ति पर जोर

यूक्रेन को पश्चिमी देशों का बढ़ता समर्थन और रूस के खिलाफ प्रतिबंधों ने पुतिन को अपनी शक्ति दिखाने पर मजबूर कर दिया है। पुतिन ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि रूस का परमाणु शस्त्रागार केवल उसकी संप्रभुता की सुरक्षा का माध्यम नहीं है, बल्कि यह उसकी "विश्वसनीय गारंटी" भी है। पुतिन का मानना है कि मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव के बीच परमाणु शक्ति के रूप में रूस की मजबूती उसे किसी भी संभावित खतरे से सुरक्षित रखेगी।

राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, "बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों और उभरते नए खतरों को ध्यान में रखते हुए, हमारे लिए आधुनिक रणनीतिक बलों का होना अनिवार्य है।" इसके साथ ही उन्होंने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को केवल "अंतिम उपाय" के रूप में मानने की बात दोहराई।

रूसी रक्षा मंत्रालय की प्रतिक्रिया

रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, मंगलवार को किए गए इस अभ्यास में कामचटका के कुरा टेस्टिंग रेंज में प्लेसेत्स्क लॉन्च पैड से यार्स इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) की टेस्टिंग की गई। साथ ही, नोवोमोस्कोव्स्क और कनीज ओलेग नामक परमाणु पनडुब्बियों द्वारा भी मिसाइलों का परीक्षण किया गया। इसके अतिरिक्त, रूस के परमाणु-सक्षम टीयू-95 स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स ने लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों का अभ्यास किया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि इस टेस्टिंग में सभी मिसाइलें अपने निर्धारित लक्ष्यों को भेदने में सफल रहीं।

पश्चिमी देशों को पुतिन की चेतावनी

राष्ट्रपति पुतिन ने हाल ही में अमेरिका और नाटो देशों को स्पष्ट चेतावनी दी थी कि यदि यूक्रेन पश्चिमी देशों से मिले हथियारों का उपयोग रूस के खिलाफ करता है, तो इसे रूस के खिलाफ नाटो द्वारा युद्ध की घोषणा के रूप में लिया जाएगा। पुतिन की इस चेतावनी ने अंतरराष्ट्रीय जगत को स्पष्ट संदेश दिया है कि रूस किसी भी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है और अपने अस्तित्व को चुनौती देने वालों को करारा जवाब देने में सक्षम है।

निष्कर्ष

रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के साथ परमाणु शक्ति का यह प्रदर्शन न केवल रूस की सैन्य ताकत को प्रदर्शित करता है, बल्कि विश्व को भी यह संदेश देता है कि वह किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार है।

facebook twitter