India-Canada Relations: भारत में हुए लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार का गठन हो गया है। नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। इस अवसर पर दुनियाभर के नेताओं की ओर से पीएम मोदी को बधाई संदेश मिले हैं। भारत से रिश्तों में तल्खी के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने नरेंद्र मोदी को जीत की बधाई दी थी। जस्टिन ट्रूडो की ओर से चार दिन पहले सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बधाई संदेश दिया गया था। लेकिन, शपथ ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई स्वीकार करते हुए ट्रूडो को जवाब दिया है।
पीएम मोदी ने दिया जवाब
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को चार दिन बाद जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आपसी समझ और एक-दूसरे की चिंताओं के सम्मान के आधार पर कनाडा के साथ काम करने के लिए तत्पर है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "बधाई संदेश के लिए @CanadianPM को धन्यवाद। भारत आपसी समझ और एक-दूसरे की चिंताओं के सम्मान के आधार पर कनाडा के साथ काम करने के लिए तत्पर है।"
Thank you @CanadianPM for the congratulatory message. India looks forward to working with Canada based on mutual understanding and respect for each others concerns. https://t.co/QQJFngoMyH
— Narendra Modi (@narendramodi) June 10, 2024
जस्टिन ट्रूडो ने क्या कहा
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पीएम मोदी को बधाई देते हुए कहा था, 'भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव में जीत पर बधाई। कनाडा मानवाधिकारों, विविधता और कानून के शासन पर आधारित संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए उनकी सरकार के साथ काम करने के लिए तैयार है।'
लोगों ने लगाई क्लास
बता दें कि, जस्टिन ट्रूडो की तरफ से दिए गए बधाई संदेश में 'मानवाधिकारों, विविधता और कानून के शासन' जैसी बातें कही गईं थी जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी क्लास लगा दी थी। लोगों ने ट्रूडो को याद दिलाया कि उनकी सरकार के कार्यकाल में क्या-क्या हुआ है।
भारत-कनाडा के बीच रहा विवाद
इस बीच यहां ये भी बता दें कि, भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड मामले में पिछले साल से ही विवाद चलता आ रहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले साल संसद में खड़े होकर निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों की संलिप्तता के आरोप लगाए थे। भारत ने ट्रूडो के सभी दावों को निराधार बताया था। इसी के बाद से भारत और कनाडा के रिश्तों में तल्खी देखने को मिल रही है।