India-CARICOM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी गयाना यात्रा के दौरान कैरेबियाई देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह यात्रा न केवल भारत और गयाना के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने का अवसर है, बल्कि इसने भारत और कैरेबियाई देशों के बीच व्यापार, प्रौद्योगिकी, और सांस्कृतिक संबंधों को भी नया आयाम दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्ज टाउन में आयोजित दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के दौरान सात प्रमुख प्रस्तावों के साथ इन देशों के साथ सहयोग को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
50 साल में पहली बार भारतीय प्रधानमंत्री की गयाना यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गयाना दौरा ऐतिहासिक था, क्योंकि यह 50 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा किया गया पहला दौरा था। इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने व्यापार, कृषि, स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स, विज्ञान और नवाचार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। गयाना में उनका स्वागत राष्ट्रपति इरफान अली और कई कैबिनेट मंत्रियों ने किया, जो उनके दौरे को महत्व देने के लिए वहां मौजूद थे।
सात प्रमुख प्रस्ताव
प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान कैरेबियाई देशों के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने के लिए सात मुख्य क्षेत्रों पर जोर दिया। उन्होंने व्यापार, प्रौद्योगिकी, पर्यटन, प्रतिभा और परंपरा को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने की बात की। विशेष रूप से, उन्होंने कैरेबियाई देशों के निजी क्षेत्र और अन्य हितधारकों को जोड़ने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाने का प्रस्ताव दिया, जिससे विभिन्न देशों के बीच सहयोग को और सरल और प्रभावी बनाया जा सके।
एसएमई क्षेत्र पर ध्यान
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान लघु और मध्यम उद्यम (एसएमई) क्षेत्र के महत्व पर भी बल दिया, जहां भारत तेजी से विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत और कैरिकॉम देशों के बीच एसएमई क्षेत्रों के लिए पिछले साल 10 लाख अमेरिकी डॉलर की अनुदान राशि की घोषणा की गई थी, और अब इस प्रस्ताव को लागू करने के लिए ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। मोदी ने यह भी कहा कि कैरेबियाई देशों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है कि वे भारत के साथ मिलकर अपने व्यापार और उद्योगों को सुदृढ़ करें।
कैरेबियाई देशों से सहयोग के नए रास्ते
कैरेबियाई देशों के साथ भारत का आर्थिक सहयोग पहले से ही मजबूत है, लेकिन पीएम मोदी ने इस यात्रा के दौरान इसे और गहरा करने का आह्वान किया। उन्होंने खासतौर पर स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स और कृषि क्षेत्रों में मिलकर काम करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। यह कदम कैरेबियाई देशों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है।
गयाना में पीएम मोदी का स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी का गयाना में जबरदस्त स्वागत हुआ। हवाई अड्डे पर उन्हें राष्ट्रपति इरफान अली और उनके समकक्ष प्रधानमंत्री मार्क एंथनी फिलिप्स ने गर्मजोशी से रिसीव किया। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल और बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली से भी मुलाकात की, जो भारत के साथ सहयोग को और प्रगति देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान अपने सोशल मीडिया पर गयाना में अपने स्वागत को लेकर खुशी जाहिर की और इसे अपनी यादों में हमेशा के लिए संजोने की बात की।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गयाना यात्रा और भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब विश्व स्तर पर अपने संबंधों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। कैरेबियाई देशों के साथ साझेदारी में नए द्वार खोलने के लिए भारत के प्रस्ताव और कदम निश्चित रूप से दोनों क्षेत्रों के लिए फायदेमंद साबित होंगे। यह यात्रा भारत और कैरेबियाई देशों के बीच साझेदारी को और प्रगाढ़ बनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर साबित होगी।