Lok Sabha Election: बिहार में बीजेपी के लिए राहत की खबर आई है. NDA नेताओं के सदस्यों के साथ चर्चा करने के बाद नाराज आरएलजेपी सुप्रीमो पशुपति पारस ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. ऐसे में बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए पशुपति पारस की पार्टी एनडीए की जीत के लिए प्रचार करेगी. कुछ दिन पहले पशुपति पारस ने हाजीपुर से चुनाव लड़ने की बात लगातार कह रहे थे लेकिन अब एनडीए के लिए ये रास्ता साफ हो गया है.
पशुपति पारस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट में पीएम मोदी के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा कि हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे भी नेता है और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है. उनके नेतृत्व में एनडीए पूरे देश में 400+ सीट जीतकर तीसरी बार रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से सरकार बनेगी. साथ ही पशुपति पारस ने एक्स के बायो में मोदी का परिवार टैग भी जोड़ लिया है.
क्यों थे नाराज?
पशुपति पारस सीट शेयरिंग में चिराग पासवान की एलजेपीआर को 5 लोकसभा सीटें और अपनी पार्टी को एक भी सीट न मिलने की वजह से नाराज थे. इस वजह से उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया था. इस्तीफा देने से पहले पशुपति मोदी सरकार में खाद्य और प्रसंस्करण मंत्री थे. इसके अलावा उनका आरोप था कि सीट शेयरिंग की घोषणा से पहले उनसे बात तक नहीं की गई. उन्होंने कहा था कि मेरे और मेरी पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई क्यों कि हमें एक भी सीट नहीं दी गई.
इंडिया गठबंधन में जाने की थी चर्चा
केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ऐसा कहा जा रहा था कि पशुपति पारस INDIA ब्लॉक के साथ जा सकते हैं. बिहार में बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं जेडीयू को 16 रामविलास की लोक जनशक्ति पार्टी 5, जीतनराम मांझी की पार्टी को 1 और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल को एक सीट मिली है.