Lok Sabha Election Result: केंद्र में तीसरी बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA सरकार बनने की कवायद तेज हो गई है. बीते दिन देर शाम हुई NDA की बैठक में सभी सहयोगी दलों एकजुटता दिखाते हुए सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुन लिया है. इस बीच इंडिया गठबंधन की भी बैठक हुई है, जिसमें इसमें कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी के साथ ही गठबंधन के सहयोगी घटक दल के नेता शामिल हुए. इस दौरान सोनिया गांधी का बयान सामने आया है.
कांग्रेस ने चुनाव में 99 सीटें हासिल की हैं. इंडिया गठबंधन को कुल 234 सीटें मिली हैं, जिसके बाद खबरें आने लगीं कि इंडिया गठबंधन दिल्ली की गद्दी पर आसीन हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, सोनिया ने कहा है कि लोकतंत्र में सत्ता नंबर के आधार पर मिलती है. जनादेश के बाद सभी मानें कि हम सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेंगे. अब सियासी लड़ाई लोकसभा के पटल पर होगी.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि हमको जनता के बीच फ्रंटफुट पर रहना है. जो वादे हमने किए वो हम सत्ता में आने पर पूरा करेंगे. ये माहौल बनाए रखें. मोदी के खिलाफ उन्हीं मुद्दों पर लड़ाई जारी रहे जिन मुद्दों ने बीजेपी के 370 पार और एनडीए के 400 पार के नारे को ध्वस्त किया. वहीं, कांग्रेस आलाकमान ने कई नव निर्वाचित सांसदों से मुलाकात की, जिनमें अमेठी के के एल शर्मा भी शामिल थे.
क्या बोले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे?
इंडिया गठबंधन के नेताओं ने आगे की रणनीति पर दिल्ली में बैठक की. गठबंधन के प्रमुख पार्टियों के 33 नेताओं ने मीटिंग में हिस्सा लिया. सभी सहयोगी दलों की बैठक के बाद ये तय किया गया कि INDIA गुट सरकार बनाने का दावा नहीं करेगा. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का कहना है कि ये जनादेश भारत के संविधान की रक्षा करने के लिए और महंगाई, बेरोजगारी, क्रोनी कैपिटलिज्म के खिलाफ और संविधान को बचाने के लिए है. इंडिया गठबंधन बीजेपी के फासीवादी शासन के खिलाफ लड़ता रहेगा. हम लोगों की इस भावना को देखते हुए कि वो मोदी का शासन नहीं चाहते, सही वक्त पर सही कदम उठाएंगे.
इंडिया गठबंधन के नेताओं ने तय किया है कि बीजेपी के खिलाफ उनकी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. वहीं, गठबंधन के विस्तार पर चर्चा हुई. मीटिंग में ये भी फैसला लिया गया कि समान विचारधारा के दलों को गठबंधन में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया जाएगा.
NDA की बैठक में 15 पार्टियों के 21 नेताओं ने लिया हिस्सा
इधर, एनडीए के बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि सभी घटक दलों को गर्व है कि 2024 का लोकसभा चुनाव एनडीए ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुटता से लड़ा और जीता. सभी ने नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुन लिया है. इसके साथ ही 15 पार्टियों के 21 नेताओं ने अपना समर्थन पत्र सौंप दिया. सूत्रों की मानें तो 7 जून को राष्ट्रपति ने एनडीए सांसदों को मिलने का समय दे दिया है. उसके बाद ही सरकार बनाने का दावा किया जाएगा. एनडीए के घटक दलों को पूरा विश्वास है कि उनकी सरकार सही तरीके से चलेगी.