NDA Meeting: लोकसभा चुनाव के बाद अब सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई है। NDA आज ही सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है। इसके लिए एनडीए के सभी दलों के नेता शाम 7:45 बजे राष्ट्रपति भवन पहुंचेंगे। यह फैसला NDA की पहली बैठक में लिया गया। मीटिंग पीएम आवास पर एक घंटे चली।10 से ज्यादा पार्टियों के नेता शामिल हुए।
इनमें जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, आजसू प्रमुख सुदेश महतो, RLD के जयंत चौधरी, जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, एलजेपी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान, अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल और हम के नेता जीतनराम मांझी शामिल हैं।
NDA के साथियों ने मंत्रालयों की लिस्ट सौंपी, टीडीपी ने 6 मंत्रालय और स्पीकर पद मांगा
सूत्रों के मुताबिक, टीडीपी ने 6 मंत्रालयों समेत स्पीकर पद की मांग की। वहीं, JDU ने 3, चिराग ने 2 (एक कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार), मांझी ने एक, शिंदे ने 2 ( एक कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार) मंत्रालयों की मांग की है। वहीं, जयंत ने कहा है कि हमें इलेक्शन के पहले एक मंत्री पद देने का वादा किया गया था। इसी तरह अनुप्रिया पटेल भी एक मंत्री पद चाहती हैं।
7 जून को सुबह 11 बजे NDA संसदीय दल की बैठक होगी। इसमें नरेंद्र मोदी को औपचारिक तौर पर नेता चुना जाएगा। इसके बाद 8 जून को मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि NDA ने 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया।
चंद्रबाबू की TDP 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ NDA में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।
मोदी ने राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंपा, अब कार्यवाहक पीएम
पीएम मोदी ने बुधवार दोपहर 2 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंप दिया। साथ ही मंत्रिमंडल भंग करने की सिफारिश की।राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। साथ ही उनसे व मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया कि वे नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहें।
इससे पहले मोदी मंत्रिमंडल की सुबह 11.30 बजे आखिरी बैठक हुई।
बैठक में 17वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश हुई। इसमें सरकार ने तीसरी बार जीत को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया। इसके बाद मोदी राष्ट्रपति भवन गए और अपना इस्तीफा सौंपा। मोदी अब कार्यवाहक पीएम रहेंगे।