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Central Government:मोदी सरकार का जलवा बरकरार- भारत का विदेशी भंडार 94 हफ्तों की ऊंचाई पर

Central Government: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार 5वें हफ्ते इजाफा देखने को मिला है. खास बात तो ये है कि 15 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में साल की चौथी सबसे बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है. जिसकी वजह से भारत का विदेशी दौलत का भंडार 94 हफ्तों की ऊंचाई

Central Government: भारत की जीडीपी की रफ्तार का अनुमान जिस तरह का लगाया जा रहा है. उतनी तेजी के साथ भारत के विदेशी भंडार में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. आरबीआई के आंकड़ें अपने आप सारी कहानी बयां कर रहे हैं. ये कहानी है भारत पर विश्वास की. ये कहानी है भारत के गवर्नेंस पर बढ़ते भरोसे की. यह कहानी है पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी की जो वो इंटरनेशनल प्लेफॉर्म पर लगातार देते दिखाई दे रहे हैं. ये कहानी है पीएम नरेंद्र मोदी के खुद के विश्वास की जो यह कहकर जता रहे हैं कि साल 2047 तक देश विकसित राष्ट्रों की गिनती में आ जाएगा और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी होगा. इसी विश्वास और भरोसे को देखते हुए विदेशी पैसों की लगातार बरसात होती दिखाई दे रही है.

आंंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार 5वें हफ्ते इजाफा देखने को मिला है. खास बात तो ये है कि 15 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में साल की चौथी सबसे बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है. जिसकी वजह से भारत का विदेशी दौलत का भंडार 94 हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंच गया है. आरबीआई के फ्रेश आंकड़ों के अनुसार भारत की विदेशी दौलत में 9 बिलियन डॉलर से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. इससे 6 महीने पहले जुलाई के महीने में पौने 13 बिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिला था. मौजूदा साल में सबसे ज्यादा इजाफा मार्च के महीने में हुआ था. तब ये आंकड़ा 13 बिलियन डॉलर के करीब था. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में भारत का विदेशी मुद्रा भंडर कितना हो गया है.

9 बिलियन डॉलर से ज्यादा का इजाफा

आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 15 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 9.11 अरब डॉलर बढ़कर 615.97 अरब डॉलर हो गया. इससे पहले, 8 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.82 अरब डॉलर बढ़कर 606.86 अरब डॉलर हो गया था. जबकि 21 अक्टूबर 2021 को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर पहुंच गया था. अभी इस लेवल पर पहुंचने के लिए भंडार को 20 अरब डॉलर विदेशी दौलत की जरुरत है. जानकारों की मानें तो डॉलर इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली है और रुपए में इजाफा हुआ है. साथ ही विदेशी से आने वाले डॉलर में इजाफा देखने को मिला है. जल्द ही भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 650 बिलियन आंकड़ें को छू सकता है.

साल की चौथी सबसे बड़ी बढ़ोतरी

15 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में हुई बढ़ोतरी साल की चौथी सबसे बड़ी बढ़ोतरी है. इससे पहले 13 जनवरी को समाप्त सप्ताह 10.42 अरब डॉलर का इजाफा देखने को मिला था. तब भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 561.58 अरब डॉलर से बढ़कर 572 अरब डॉलर हो गया था. उसके बाद 17 मार्च को 12.80 अरब डॉलर की बढ़ोतरी देखने को मिली थी. यह मौजूदा साल की सबसे बड़ी बढ़ोतरी थी. तब फॉरेक्स रिजर्व 560 अरब डॉलर से बढ़कर 572.80 अरब डॉलर हो गया था. तीसरा सबसे बड़ा इजाफा 14 जुलाई को समाप्त सप्ताह में देखने को मिला. तब देश के फॉरेक्स रिजर्व में 12.74 अरब डॉलर की बढ़ोतरी देखने को मिली थी और देश का विदेशी मुद्रा भंडार 596.28 अरब डॉलर से बढ़कर 609.02 अरब डॉलर हो गया था.

94 हफ्तों की ऊंचाई पर विदेशी भंडार

इन सब के बीच देश का विदेशी मुद्रा भंडार 94 हफ्तों की ऊंचाई पर पहुंच गया है. मौजूदा समय में देश का फॉरेक्स रिजर्व 615.97 अरब डॉलर हो गया है. आखिरी बार इस लेवल पर देश का फॉरेक्स रिजर्व 25 मार्च 2022 को समाप्त सप्ताह में देखने को मिला था. तब देश का फॉरेक्स रिजर्व 617.58 अरब डॉलर पर था. उसके बाद से फॉरेक्स रिजर्व में लगातार गिरावट ही देखने को मिली थी. खास बात तो ये है कि 3 जून 2022 को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के नीचे चला गया था. उसके बाद 14 जुलाई 2023 को यानी 13 महीने के बाद यह आंकड़ा पहली बार देखने को मिला.

असेट्स और गोल्ड रिजर्व

फॉरेन करेंसी असेट्स की बात करें तो समाप्त सप्ताह में 8.35 अरब डॉलर का इजाफा देखने को मिला है जो बढ़कर 545.05 अरब डॉलर हो गया है. वहीं दूसरी ओर गोल्ड रिजर्व 446 मिलियन डॉलर बढ़कर 47.58 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि एसडीआर 135 मिलियन डॉलर बढ़कर 18.32 बिलियन डॉलर हो गया. आईएमएफ में रिजर्व स्टेट 181 मिलियन डॉलर बढ़कर 5.02 बिलियन डॉलर हो चुका है.

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