UP News:बुआ भतीजे में बढ़ रहा प्यार? अखिलेश यादव का मायावती ने क्यों जताया आभार

01:09 PM Aug 24, 2024 | zoomnews.in

UP News: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने हाल ही में सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव का आभार व्यक्त किया है, जिससे राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा शुरू हो गई है। यह आभार उस समय व्यक्त किया गया जब अखिलेश यादव ने एक भाजपा विधायक की मायावती के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।

अखिलेश यादव ने हाल ही में मथुरा जिले के भाजपा विधायक की विवादित टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी, जिसने भाजपा और बीएसपी के बीच सियासी समीकरणों को नया दिशा दिया है। यादव ने टिप्पणी को महिला अपमान और समाज के वंचित वर्गों के प्रति भाजपा के दृष्टिकोण की पुष्टि के रूप में देखा और इस पर सार्वजनिक रूप से असहमति जताई। उन्होंने लिखा कि भाजपा के विधायकों द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के प्रति किए गए अपमानजनक बयान उनकी पार्टी की महिलाओं और वंचित समुदायों के प्रति कटुता को दर्शाते हैं।

मायावती ने इस समर्थन के लिए अखिलेश यादव का धन्यवाद किया और उनके इस कदम को ईमानदारी और न्याय के प्रति एक सकारात्मक संकेत माना। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, "हम पार्टी की ओर से अखिलेश यादव का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने भाजपा के एक विधायक द्वारा किए गए गलत आरोपों के खिलाफ स्पष्ट और मजबूत प्रतिक्रिया दी। यह हमें विश्वास दिलाता है कि सच्चाई की कद्र की जा रही है।"

मायावती ने भाजपा से भी मांग की कि वह इस विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे और यदि आवश्यक हो, तो उसका इलाज भी कराए। उनका यह भी कहना था कि अगर भाजपा अपने विधायक के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तो इसका असर आगामी विधानसभा चुनावों और उपचुनावों में देखने को मिल सकता है। मायावती ने इस मुद्दे को भाजपा के खिलाफ एक संभावित साजिश के रूप में भी देखा और कहा कि भाजपा को अपनी छवि सुधारने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।

इस बीच, अखिलेश यादव ने भी भाजपा के इस विधायक के बयान को लोकतंत्र और महिलाओं की गरिमा के खिलाफ बताया और कहा कि इस पर मानहानि का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ऐसी टिप्पणियों को प्रोत्साहित कर रही है और इससे महिलाओं के सम्मान को गंभीर ठेस पहुँच रही है।

इस पूरे घटनाक्रम ने यूपी की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है, जहाँ एक ओर बीएसपी और सपा के बीच संभावित सहयोग की बातें की जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा पर आलोचनाओं की बौछार भी जारी है। इस पर ध्यान देते हुए, राजनीतिक विश्लेषक यह मानते हैं कि आगामी चुनावों में इन घटनाओं का गहरा प्रभाव पड़ सकता है और पार्टियों के बीच समीकरणों को नया आकार दे सकता है।