Modi 3.0 Government: पिछले कुछ महीनों में भारतीय राजनीति और वित्तीय बाजारों में कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुए हैं। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'अबकी बार 400 पार' के नारे के साथ अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की, तो एक धूमधाम की उम्मीद जगी थी। एग्जिट पोल्स ने मोदी सरकार के मजबूत प्रदर्शन की भविष्यवाणी की, जिसके परिणामस्वरूप शेयर बाजार में उत्साहजनक तेजी देखने को मिली। लेकिन 4 जून को जब नतीजे सामने आए, तो बीजेपी को बहुमत का आंकड़ा पार करने में कठिनाई हुई और बाजार ने प्रतिक्रिया स्वरूप गिरावट का सामना किया। आज हम मोदी 3.0 सरकार के पहले 100 दिनों के दौरान शेयर बाजार की परफॉर्मेंस का विश्लेषण करेंगे।
शेयर बाजार का प्रदर्शन: मोदी 3.0 की शुरुआत
मोदी 3.0 सरकार के गठन के 100 दिन पूरे हो चुके हैं और इस दौरान शेयर बाजार ने काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। 10 जून को, जब मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, सेंसेक्स ने 76,490.08 अंकों पर बंद होकर निवेशकों को शुरुआती सकारात्मक संकेत दिया। लेकिन 4 जून के बाद, जब बीजेपी की बहुमत की संभावना धूमिल हो गई, सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई।
100 दिनों में सेंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन
10 जून से लेकर 10 सितंबर तक, सेंसेक्स ने 5,431.21 अंकों की वृद्धि दर्ज की और 81,921.29 अंकों पर पहुंच गया। इस दौरान सेंसेक्स ने निवेशकों को 7.10% का रिटर्न दिया, जो कि उम्मीदों से बेहतर था। वहीं, निफ्टी ने 1,781.9 अंकों की वृद्धि के साथ 25,041.10 अंकों पर बंद होकर 7.66% का रिटर्न प्रदान किया। यह प्रदर्शन दर्शाता है कि निफ्टी ने सेंसेक्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।
पहले 100 दिनों की तुलना
अगर हम 10 जून से पहले के 100 दिनों का प्रदर्शन देखें, तो वह अपेक्षाकृत कम उत्साहजनक था। सेंसेक्स ने 29 दिसंबर 2023 से 7 जून 2024 तक 4,453.1 अंकों की वृद्धि दर्ज की, जो कि 6.16% का रिटर्न था। इसी तरह, निफ्टी ने इस अवधि में 1,558.75 अंकों की वृद्धि की और 7.17% का रिटर्न प्रदान किया।
निवेशकों के लाभ और बीएसई मार्केट कैप
100 दिनों के दौरान निवेशकों को 38 लाख करोड़ रुपए से अधिक का लाभ हुआ। बीएसई का मार्केट कैप 10 जून को 4,25,22,164.95 करोड़ रुपए था, जो 10 सितंबर को बढ़कर 4,63,49,659.43 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इससे पता चलता है कि बीएसई के मार्केट कैप में 38,27,494.48 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है।
निष्कर्ष
मोदी 3.0 सरकार के पहले 100 दिनों में शेयर बाजार ने ऊँच-नीच का सामना किया है, लेकिन अंततः स्थिरता और सकारात्मक रुझान देखने को मिला है। निवेशकों ने सरकार के कामकाज के प्रति विश्वास व्यक्त किया है, जैसा कि मार्केट कैप और रिटर्न के आंकड़े दर्शाते हैं। हालांकि, भविष्य में बाजार की दिशा किस ओर जाएगी, यह कई कारकों पर निर्भर करेगा, लेकिन वर्तमान में मोदी 3.0 सरकार ने निवेशकों को काफी हद तक संतुष्ट किया है।