+

Gandhinagar News:गांधीनगर में बड़ा हादसा, 10 लोग गणेश विसर्जन के दौरान डूबे; 8 की मौत

Gandhinagar News: गुजरात में गणपति विसर्जन के दौरान अब तक चार हादसे हो चुके हैं. शुक्रवार को गांधीनगर में भी मेश्वो नदी में गणपति विसर्जन के दौरान 10 लोग डूब गए

Gandhinagar News: गुजरात की राजधानी गांधीनगर के देहगाम तहसील के वासना सोगठी गांव के पास शुक्रवार को गणपति विसर्जन के दौरान एक बड़ा हादसा घटित हुआ। मेश्वो नदी में विसर्जन के बाद 10 युवक डूब गए, जिनमें से 8 की मौत हो गई है और बाकी दो की तलाश जारी है। इस घटना ने गणपति उत्सव के उल्लास को मातम में बदल दिया है, और यह गणपति विसर्जन के दौरान गुजरात में हालिया दिनों में हुई चौथी डूबने की घटना है।

घटनास्थल और घटना की जानकारी

वासना सोगठी गांव से होकर गुजरने वाली मेश्वो नदी के तट पर गणपति विसर्जन के लिए पहुंची भीड़ में शामिल कुछ युवक नदी के पास स्थित चेक डैम में नहाने लगे। अचानक, दस युवक डूबने लगे। उनके साथ नहा रहे अन्य युवकों ने शोर मचाया, जिससे आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और तत्काल मदद करने की कोशिश की।

रेस्क्यू ऑपरेशन और मृतकों की पहचान

घटना की सूचना मिलने के बाद देहगाम नगर पालिका की फायर ब्रिगेड और स्थानीय गोताखोर तुरंत मौके पर पहुंच गए। लगभग दो घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान गोताखोरों ने नदी से आठ युवकों के शव बाहर निकाले। इन शवों को पास के अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। फिलहाल, अन्य दो युवकों की तलाश जारी है और गोताखोरों की टीम उन्हें खोजने के प्रयास में लगी हुई है।

पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना की जानकारी मिलते ही गांधीनगर से पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। घटनास्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई है और गांव में शोक की लहर फैल गई है। गणपति उत्सव की खुशियों के बीच इस दुखद घटना ने पूरे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है।

पिछले दिनों की घटनाएँ

गुजरात में गणपति विसर्जन के दौरान हाल ही में डूबने की यह चौथी घटना है। पिछले छह दिनों में, पाटण में चार, नडियाद में दो और जूनागढ़ में एक युवक की मौत हो चुकी है। इन घटनाओं ने गणपति उत्सव के दौरान सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं और सरकार और स्थानीय प्रशासन से सुधार की मांग की है।

सुरक्षा और सतर्कता की आवश्यकता

यह दर्दनाक घटना दिखाती है कि गणपति विसर्जन के दौरान जल स्त्रोतों के पास सुरक्षा और सतर्कता की कितनी आवश्यकता है। इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन और पुलिस को नदी किनारे सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता को और भी सख्त करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएँ न हों।

गुजरात में गणपति उत्सव के दौरान हुए इस दुखद हादसे ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि इस प्रकार की घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित सुरक्षा उपायों को लागू करने की आवश्यकता है।

facebook twitter