TMC vs LEFT Party: जहां विपक्ष इंडिया गठबंधन के जरिए एक मंच पर आकर बीजेपी को हराने की प्लानिंग में जुटा हुआ है, तो वहीं उसमें आपसी विरोध के सुर भी तेजी से पनप रहे हैं. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और वाम दल के बीच ठनती हुई नजर आ रही है. सीपीआई (एम) पर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने जोरदार हमला किया है और कहा है कि बंगाल में कोई ‘लेफ्ट’ नहीं है. लेफ्ट पार्टी के लोगों की टीएमसी के साथ बैठने की औकात तक नहीं है.
पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन के घटक दलों के साथ समीकरण बैठाने पर बात करते हुए घोष ने कहा कि सीएम ममता बनर्जी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इंडिया गठबंधन देश में लड़ेगा और टीएमसी बंगाल में बीजेपी विरोधी अभियान का नेतृत्व करेगी. हमने 2021 में बीजेपी को हराया. सीपीआई (एम) और कांग्रेस को जीरो मिला. उन्होंने बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए वोट बांटने की कोशिश की. सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला ममता बनर्जी करेंगी. यहां कोई ‘लेफ्ट’ नहीं है.
‘देश का प्रधानमंत्री कैसा हो? नीतीश कुमार जैसा हो’
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि टीएमसी के साथ बैठने की औकात भी लेफ्ट लोगों को नहीं है. इससे पहले, शुक्रवार को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से जनता दल (यूनाइटेड) का अध्यक्ष फिर से चुना गया.
बैठक के बाद जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि राजीव रंजन (ललन) सिंह के इस्तीफे के बाद सीएम नीतीश कुमार को पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. बिहार के मुख्यमंत्री विपक्षी इंडिया गठबंधन के प्राइम मिनिस्टर ऑफ आइडियाज हैं. वहीं, जेडीयू के कुछ सदस्य दिल्ली में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के बाहर नारा लगा रहे थे कि “देश का प्रधानमंत्री कैसा हो? नीतीश कुमार जैसा हो”. ये बैठक दिल्ली में महत्वपूर्ण इंडिया गठबंधन बैठक के कुछ ही दिनों बाद हुई है. जेडीयू अब राज्य गठबंधन का समीकरण बैठाने को लेकर कांग्रेस के साथ गहन बातचीत करेगा.
पीएम पद के लिए ममता-केजरीवाल कर चुके खरगे का नाम आगे
जेडीयू के कई नेता चाहते हैं कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन को लीड करें, जबकि ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संभावित पीएम उम्मीदवार घोषित किया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक स्थल पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार की तस्वीर वाले पोस्टर भी लगाए गए, जिन पर लिखा था कि प्रदेश ने पहचाना, अब देश भी पहचानेगा’. हालांकि, 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण के सवाल पर जनता दल (यूनाइटेड) नेता केसी त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी को समारोह के लिए अभी तक आमंत्रित नहीं किया गया है.