Gautam Gambhir News: टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत में नजर आए। इस दौरान गंभीर ने टीम इंडिया की तैयारी, खिलाड़ियों की सोच, कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल की फॉर्म को लेकर कई अहम बातें साझा कीं। पर उनकी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और मशहूर कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने ट्वीट कर एक नई बहस छेड़ दी। मांजरेकर ने ट्वीट करते हुए गंभीर के मीडिया से बात करने के तरीके पर सवाल उठाए और यहां तक कहा कि उनकी जगह रोहित शर्मा या चयनकर्ता अजीत अगरकर को भेजना चाहिए था।
संजय मांजरेकर का विवादित ट्वीट
गौतम गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद संजय मांजरेकर ने ट्वीट करते हुए लिखा, “गौतम गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस देखी। मुझे लगता है कि बीसीसीआई को उन्हें इस तरह की मीडिया ड्यूटी से अलग रखना चाहिए और पर्दे के पीछे ही काम करने देना चाहिए। ना तो उनके पास सही शब्द हैं और ना ही सही ढंग से बातचीत करने की तमीज। मीडिया से बातचीत के लिए रोहित शर्मा या अजीत अगरकर ही उपयुक्त हैं।”
मांजरेकर की टिप्पणी के बाद बढ़ा विवाद
मांजरेकर के इस ट्वीट के बाद विवाद बढ़ना तय माना जा रहा है। संजय मांजरेकर पहले भी कई मौकों पर क्रिकेटर्स पर खुले तौर पर टिप्पणी करते रहे हैं, जिससे विवाद हुआ है। उन्होंने पहले रवींद्र जडेजा के बारे में भी तीखी टिप्पणियां की थीं, जिसके बाद क्रिकेट जगत में उनकी आलोचना हुई थी। इस बार उनका निशाना गौतम गंभीर हैं, जिनकी कोचिंग में हाल ही में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में 0-3 की करारी हार का सामना करना पड़ा था।
गंभीर की कोचिंग और आगे की चुनौती
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज गौतम गंभीर के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। टीम इंडिया अगर इस सीरीज में जीत हासिल नहीं कर पाती है, तो इसका साइड-इफेक्ट गंभीर के कोचिंग करियर पर पड़ सकता है। घरेलू सीरीज में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गंभीर की आलोचना बढ़ गई है, और ऑस्ट्रेलिया दौरे के नतीजे उनके भविष्य के लिए अहम साबित हो सकते हैं।
क्या कह रहे हैं क्रिकेट विशेषज्ञ?
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि संजय मांजरेकर का सार्वजनिक रूप से गंभीर की आलोचना करना अनुचित है। एक क्रिकेट विशेषज्ञ ने कहा, “हर कोच का अपना तरीका होता है, और गंभीर एक अनुभवी खिलाड़ी रहे हैं। टीम के प्रदर्शन के लिए सिर्फ कोच को दोष देना सही नहीं है। गंभीर को एक मौका देना चाहिए कि वे अपनी रणनीतियों के आधार पर टीम का नेतृत्व करें।”
गंभीर पर बढ़ते दबाव के बावजूद उनका आत्मविश्वास
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले गौतम गंभीर का आत्मविश्वास भी देखने लायक है। उन्होंने कहा, “मेरी पूरी कोशिश है कि टीम की क्षमता को पूरी तरह से निखारा जाए। हम जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज कठिन होने वाली है, लेकिन मुझे अपनी टीम पर पूरा भरोसा है।” गंभीर ने यह भी कहा कि वह किसी आलोचना की परवाह किए बिना टीम के खिलाड़ियों के साथ मिलकर पूरी ताकत से प्रदर्शन करेंगे।
क्या होगा गंभीर और मांजरेकर के विवाद का अंजाम?
मांजरेकर की आलोचना ने एक बार फिर टीम इंडिया की कोचिंग टीम पर सवाल खड़े किए हैं। क्रिकेट फैंस इस विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अब देखना होगा कि बीसीसीआई इस विवाद को कैसे संभालती है और गौतम गंभीर अपनी कोचिंग की जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं।
निष्कर्ष
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण सीरीज से पहले यह विवाद टीम इंडिया के लिए एक नया मोड़ ला सकता है। संजय मांजरेकर की टिप्पणी से गंभीर पर दबाव बढ़ा है, लेकिन अब सभी की निगाहें इस बात पर होंगी कि गंभीर इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं।
Just watched Gambhir in the press conference.
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) November 11, 2024
May be wise for @BCCI to keep him away from such duties, let him work behind the scenes. He does not have the right demeanour nor the words when interacting with them. Rohit & Agarkar, much better guys to front up for the media.