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Politics News:केसी त्यागी ने दी ममता बनर्जी के बयान पर प्रतिक्रिया, बोले- तार-तार हो चुकी है INDI गठबंधन

Politics News: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान को लेकर जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि इंडी गठबंधन तार-तार गहो चुका है। यूपी में अखिलेश यादव तो

Politics News: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा विपक्षी गठबंधन INDIA के नेतृत्व को लेकर दिए गए बयान पर राजनीति गर्मा गई है। ममता बनर्जी ने हाल ही में अपनी एक टिप्पणी में इस गठबंधन के समन्वय और नेतृत्व को लेकर निराशा व्यक्त की थी, जिसके बाद इस मुद्दे पर विभिन्न नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी। जहां एक तरफ NCP-SCP सांसद सुप्रिया सुले ने ममता बनर्जी के नेतृत्व पर समर्थन जताया, वहीं जदयू नेता केसी त्यागी ने गठबंधन में बढ़ती दरारों की ओर इशारा किया।

सुप्रिया सुले का समर्थन: ममता बनर्जी का नेतृत्व INDIA गठबंधन के लिए महत्वपूर्ण

सुप्रिया सुले ने ममता बनर्जी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ममता बनर्जी पूरी तरह से INDIA गठबंधन का अभिन्न अंग हैं। उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी भारत की सबसे बड़ी नेताओं में से एक हैं, और एक जीवंत लोकतंत्र में विपक्ष की बड़ी भूमिका और जिम्मेदारी होती है। अगर वे अधिक जिम्मेदारी लेना चाहें तो हम उनके साथ हैं।" सुले का यह बयान ममता के नेतृत्व को सम्मान देते हुए गठबंधन में उनके महत्वपूर्ण योगदान की सराहना करता है।

केसी त्यागी का बयान: INDIA गठबंधन में दरारें बढ़ रही हैं

वहीं, जदयू नेता केसी त्यागी ने ममता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि INDIA गठबंधन अब तार-तार हो चुका है। उन्होंने आगे कहा, "अब अगली लड़ाई INDIA गठबंधन और INDIA गठबंधन के राज्य नेतृत्व के बीच होगी। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव मोर्चा संभाले हुए हैं, ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में मोर्चा संभाले हुए हैं, और अरविंद केजरीवाल दिल्ली में मोर्चा संभाले हुए हैं। कांग्रेस पार्टी इन सभी के कंधों पर चढ़कर राजनीति करना चाहती है।" केसी त्यागी ने यह इशारा किया कि गठबंधन में विभिन्न नेताओं के बीच आत्मनिर्भरता और नेतृत्व की भूमिका को लेकर मतभेद बढ़ते जा रहे हैं, जिससे आगामी चुनावों में गठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठ सकते हैं।

ममता बनर्जी का बयान: नेतृत्व और समन्वय पर निराशा

ममता बनर्जी ने हाल ही में अपनी पार्टी के कार्यक्रम में इंडिया गठबंधन के समन्वय और नेतृत्व के मुद्दे पर अपनी निराशा जताई थी। उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन को मैंने गठित किया था। अब इसको मैनेज करने का काम मोर्चे का नेतृत्व करने वालों पर है। अगर शो वो नहीं चला सकते हैं तो इसमें मैं क्या कर सकती हूं। बस इतना ही कहना चाहूंगी कि सभी को एक साथ लेकर चलने की जरूरत है।" ममता का यह बयान यह संकेत देता है कि वह गठबंधन में बेहतर समन्वय की उम्मीद कर रही हैं और यदि नेतृत्व में सुधार की आवश्यकता है, तो इसके लिए उन्हें और अन्य नेताओं को कदम उठाने की जरूरत है।

टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष का स्पष्टीकरण

ममता बनर्जी के इस बयान के बाद कुछ अटकलें लगने लगीं कि वह व्यक्तिगत रूप से इंडिया गठबंधन का नेतृत्व चाहती हैं। इस पर टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने सफाई दी और कहा कि ममता ने कभी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के लिए नेतृत्व नहीं मांगा। उन्होंने स्पष्ट किया, "ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन की स्थापना की है, और यह भाजपा के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा है। उनकी प्राथमिकता पश्चिम बंगाल है, और उन्हें दिल्ली में मिलने वाली कुर्सी में कोई दिलचस्पी नहीं है। यदि INDIA गठबंधन यह चाहता है कि ममता बनर्जी गठबंधन का नेतृत्व करें तो वह कोलकाता से ही इसका नेतृत्व करेंगी।"

निष्कर्ष

ममता बनर्जी का बयान विपक्षी राजनीति में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है। जहां एक ओर SUPRiya सुले ने उनके नेतृत्व को महत्व दिया है, वहीं केसी त्यागी ने गठबंधन की भीतर की दरारों पर चिंता जताई है। ममता बनर्जी का यह बयान राजनीति में भविष्य की रणनीतियों और गठबंधन की स्थिरता पर एक महत्वपूर्ण प्रश्न चिह्न लगा रहा है। अब यह देखना होगा कि INDIA गठबंधन में आगामी दिनों में नेतृत्व और समन्वय को लेकर क्या कदम उठाए जाते हैं।

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