IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन तरीके से किया। पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को रन बनाने के हर मौके पर रोका। इसका परिणाम यह हुआ कि टीम इंडिया ने 295 रनों की शानदार जीत दर्ज करते हुए पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली।
हालांकि, दूसरे टेस्ट में भारतीय गेंदबाज अपनी लय को बरकरार नहीं रख पाए। एडिलेड में भारत को 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में जोरदार वापसी की। अब सीरीज 1-1 की बराबरी पर है और दोनों टीमें तीसरे टेस्ट मैच के जरिए लीड हासिल करने की कोशिश करेंगी।
गाबा में तीसरे टेस्ट की चुनौती
ब्रिसबेन के गाबा में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन निर्णायक साबित हो सकता है। गाबा की पिच अपनी उछाल और गति के लिए मशहूर है, जो तेज गेंदबाजों के लिए मददगार हो सकती है। इस संदर्भ में भारतीय गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज मैथ्यू हेडन से महत्वपूर्ण सुझाव मिले हैं।
मैथ्यू हेडन का सुझाव
हेडन ने भारतीय गेंदबाजों को सलाह दी है कि वे गाबा की पिच का पूरा लाभ उठाएं और चौथे-पांचवें स्टंप लाइन को निशाना बनाएं। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, "गाबा की पिच पर उछाल और सही लाइन-लेंथ का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। भारतीय गेंदबाजों को चौथे और पांचवें स्टंप की लाइन पर निर्भर रहना चाहिए।"
हेडन ने यह भी कहा कि गाबा में भारत को बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी। उन्होंने सुझाव दिया, "भारत को पहले बल्लेबाजी करते हुए एक दिन से कम समय तक बल्लेबाजी नहीं करनी चाहिए। 350 रनों का स्कोर लक्ष्य होना चाहिए, ताकि टीम मुकाबले में अपनी स्थिति मजबूत कर सके।"
भारत के लिए रणनीति का समय
हेडन की सलाह भारतीय टीम के लिए उपयोगी साबित हो सकती है। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे खिलाड़ियों को गाबा की परिस्थितियों का फायदा उठाना होगा। साथ ही बल्लेबाजी क्रम को भी जिम्मेदारी से खेलते हुए विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बनाना होगा।
अब देखना यह होगा कि भारतीय टीम तीसरे टेस्ट में किस रणनीति के साथ उतरती है और क्या वह गाबा के मैदान पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब होती है। सीरीज के इस मोड़ पर दोनों टीमों के लिए जीत की अहमियत बहुत ज्यादा है।