Sunita Williams: नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) की पायलट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 5 जून को अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी. सुनीता और बुच स्पेस में रोटेशनल लैब में आई समस्या को ठीक करने बोइंग के स्टारलाइनर पर सवार होकर गए थे, लेकिन अब वो दोनों अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंस गए हैं. हालांकि दोनों 13 जून को वापसी करने वाले थे, लेकिन अब उन की वापसी की तारीख बढ़ा दी गई और अब वो किस तारीख पर वापसी करेंगे यह तय नहीं है.
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे सुनीता और बुच कितने सुरक्षित है इस पर नासा और भारत के स्पेस रिसर्च ऑरगानाइजेशन ने जानकारी सामने रखी है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की देरी से वापसी चिंता की बात नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष स्टेशन लंबे समय तक लोगों के रहने के लिए एक सुरक्षित जगह है.
ISRO ने क्या कहा?
एक इंटरव्यू में इसरो प्रमुख ने कहा, इस समय इस पर बात करना जरूरी नहीं है कि सुनीता विलियम्स या उन के साथ फंसा यात्री कब वापस आएंगे. बल्कि अभी इस बात पर चर्चा करना जरूरी है कि बोइंग स्टारलाइनर नामक नए क्रू मॉड्यूल का टेस्ट सही से किया जाए. इसकी वहां तक जाने और फिर सुरक्षित रूप से वापस आने की क्षमता का टेस्ट किया जाए.
नासा ने सुरक्षा को लेकर क्या कहा?
नासा ने जानकारी दी कि नासा इस मिशन को 90 दिनों के लिए आगे बढ़ा रहा है. जिसका मतलब है कि अब आगे 90 दिनों तक दोनों अंतरिक्ष यात्री वापस आएंगे. नासा ने कहा कि हमें अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने की कोई जल्दी नहीं है. नासा के क्रू कार्यक्रम प्रबंधक स्टीव स्टिच ने कहा, ISS स्टेशन रुकने और लंबे समय तक रहने के लिए एक अच्छी, सुरक्षित जगह है.
अंतरिक्ष यात्रियों को शुरू में आठ दिन के मिशन के लिए भेजा गया था, लेकिन ISS पर अब उन को लंबे समय तक रुकना पड़ेगा. हालांकि, नासा ने कहा कि अंतरिक्ष यान के पास यात्रियों की सहायता के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं.