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Border-Gavaskar Trophy:रोहित का अब तक कैसा रहा है BGT में प्रदर्शन, सिर्फ खेली इतनी शतकीय पारी

Border-Gavaskar Trophy: टीम इंडिया को 6 दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का दूसरा टेस्ट मैच एडिलेड के मैदान पर खेलना है। इस मुकाबले

Border-Gavaskar Trophy: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रतिष्ठित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का आगाज शानदार अंदाज में हुआ। सीरीज के पहले मुकाबले में भारतीय टीम ने जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में 295 रनों की धमाकेदार जीत हासिल की। अब सीरीज का दूसरा मुकाबला 6 दिसंबर से एडिलेड के मैदान पर गुलाबी गेंद (पिंक बॉल) से खेला जाएगा।

इस मैच से पहले भारतीय टीम के लिए एक राहतभरी खबर सामने आई है—रोहित शर्मा टीम से जुड़ चुके हैं और सीरीज के बाकी मुकाबलों में कप्तानी की बागडोर संभालेंगे। इस लेख में हम रोहित शर्मा के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अब तक के प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।


रोहित शर्मा का बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अब तक का सफर

रोहित शर्मा ने अब तक चार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हिस्सा लिया है। हालांकि, उनका प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया में औसत ही रहा है, लेकिन घरेलू मैदान पर उनका बल्ला खूब चला है।

1. 2014-15 (ऑस्ट्रेलिया में)

रोहित ने इस ट्रॉफी में पहली बार ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेला। उन्होंने 6 पारियों में 28.83 के औसत से 173 रन बनाए। यह सीरीज उनके लिए व्यक्तिगत रूप से चुनौतीपूर्ण साबित हुई।

2. 2018-19 (ऑस्ट्रेलिया में)

चार साल बाद, रोहित ने ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर अपनी प्रतिभा दिखाई। इस बार उन्होंने 4 पारियों में 35.33 के औसत से 106 रन बनाए। हालांकि, बड़ा स्कोर बनाने में वे नाकाम रहे।

3. 2020-21 (ऑस्ट्रेलिया में)

इस सीरीज में रोहित ने 4 पारियों में 32.35 के औसत से 129 रन बनाए। वे मध्य क्रम में टीम के लिए उपयोगी साबित हुए लेकिन उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रही।

4. 2023 (भारत में)

घरेलू मैदान पर खेली गई इस ट्रॉफी में रोहित का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। उन्होंने 6 पारियों में 40.33 के औसत से 242 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से कई अहम पारियां निकलीं, जिनसे भारत को फायदा हुआ।


अब तक सिर्फ एक शतक

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रोहित शर्मा के बल्ले से अब तक सिर्फ एक शतक निकला है, जो उन्होंने 2013 में खेली गई टेस्ट सीरीज के दौरान लगाया था। इसके अलावा उन्होंने तीन अर्धशतक बनाए हैं।

ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टेस्ट में उनका रिकॉर्ड औसत रहा है। लेकिन इस बार टीम और फैंस को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं। खासकर ऐसे समय में जब युवा खिलाड़ियों, जैसे यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल, ने पर्थ टेस्ट में अपनी छाप छोड़ी है।


एडिलेड टेस्ट: पिंक बॉल और नई चुनौती

एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले टेस्ट मैच में रोहित शर्मा का अनुभव भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण होगा। रोहित ने गुलाबी गेंद से पहले भी खेला है और उनका ठोस बल्लेबाजी रिकॉर्ड टीम इंडिया के लिए फायदेमंद हो सकता है।

टीम के सलामी बल्लेबाज के रूप में यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने पर्थ में अच्छा प्रदर्शन किया था। अब देखना होगा कि रोहित की वापसी से बल्लेबाजी क्रम को कैसे व्यवस्थित किया जाएगा।


निष्कर्ष

रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम को सीरीज में बढ़त को मजबूत करने का मौका मिलेगा। उनका अनुभव, विशेषकर बड़े मुकाबलों में, टीम को न केवल आत्मविश्वास देगा, बल्कि युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन को भी प्रेरित करेगा।

क्या रोहित शर्मा इस बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपने प्रदर्शन में नया अध्याय जोड़ पाएंगे? यह देखना दिलचस्प होगा, लेकिन इतना तय है कि भारतीय टीम एडिलेड टेस्ट में पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरेगी।

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