Haryana Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने अपने चुनावी अभियान की नई रणनीति का खुलासा किया है। पार्टी ने 90 विधानसभा सीटों में से 89 पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है, जबकि एक सीट वाम दल, CPM को दी है। कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट किया है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अपने सभी मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है, यानी कि किसी भी सिटिंग विधायक का टिकट नहीं काटा गया है।
हुड्डा कैंप का दबदबा
कांग्रेस के टिकट बंटवारे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खेमे का स्पष्ट दबदबा देखने को मिल रहा है। हालांकि, दो प्रमुख नेता—लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला—को विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया गया है। दोनों नेताओं को मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों के रूप में देखा जा रहा था। पार्टी का कहना है कि सीएम बनने के लिए चुनाव लड़ना अनिवार्य नहीं है, जो कि इन निर्णयों को लेकर पार्टी की रणनीति को दर्शाता है।
युवा नेतृत्व को मौका
कांग्रेस ने रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला को कैथल से उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा, बीजेपी से हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए चौधरी बिरेंद्र सिंह के बेटे बिजेंद्र सिंह को उचाना से टिकट दिया गया है। लोकसभा सांसद जयप्रकाश के बेटे विकास सहारण को कलायत से उम्मीदवार बनाया गया है। कुमारी शैलजा ने अपने भतीजे को उकलाना सीट से टिकट दिलवाने की कोशिश की, लेकिन पार्टी ने नरेश सेलवाल को इस सीट पर टिकट दिया है।
शैलजा के खेमे से सात टिकट
कुमारी शैलजा के खेमे से सात उम्मीदवारों को टिकट मिला है, जिसमें चार सिटिंग विधायक और तीन नए चेहरे शामिल हैं। इसके विपरीत, सुरजेवाला के खेमे से दो टिकट दिए गए हैं—एक उनके बेटे आदित्य सुरजेवाला के लिए और दूसरी नरवाना से सतबीर दुबलैन के लिए।
गठबंधन की असफल कोशिश
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी की CEC बैठक में सुझाव दिया था कि कांग्रेस को आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन करना चाहिए। हालांकि, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस सुझाव के खिलाफ अपनी आपत्तियां जताईं, जिससे दोनों दलों के बीच गठबंधन की संभावना समाप्त हो गई। सीट बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई। इस बीच, कांग्रेस ने भिवानी सीट वाम दल को देने का निर्णय लिया है।
AAP की मजबूत उपस्थिति
आम आदमी पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपनी सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने गुरुवार को अपनी छठी लिस्ट में 19 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की और सातवीं लिस्ट में एक और उम्मीदवार को शामिल किया। AAP इस बार हरियाणा में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है और कांग्रेस के साथ गठबंधन की उम्मीदें अब समाप्त हो चुकी हैं।
निष्कर्ष
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस और AAP दोनों ही अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में हैं। कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायकों को टिकट देकर एक स्थिरता का संदेश दिया है, जबकि AAP ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारकर अपनी तैयारी को स्पष्ट किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस चुनावी महासंग्राम में कौन सी पार्टी जीत की ओर बढ़ती है और हरियाणा की राजनीति में किसका दबदबा कायम रहता है।