UP News: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने मुख्यमंत्री के निजी सचिव बताकर ठगी करने वाले फ़ारूख अमन को शुक्रवार को कमता तिराहा से गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने बृहस्पतिवार रात को यह कार्रवाई की और इस मामले के बारे में विस्तृत जानकारी जारी की। गिरफ्तार आरोपी फ़ारूख अमन के खिलाफ ठगी और ऑनलाइन जुआ संचालित करने के गंभीर आरोप हैं।
फ़ारूख अमन, जो कि आजमगढ़ के सहरियां गांव का निवासी है, को गिरफ्तार करने के बाद उसके कब्जे से दो मोबाइल फोन, आधार कार्ड, 'वर्क प्रिंट आउट' और कई अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। एसटीएफ ने बताया कि अमन मुख्यमंत्री के निजी सचिव के रूप में फर्जी पहचान बनाकर लोगों से पैसे लेने और प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराने का झांसा देने वाले गिरोह का एक महत्वपूर्ण सदस्य था।
एसटीएफ के बयान में कहा गया है कि अमन ने एक फर्जी वाट्सएप अकाउंट बनाया था, जिसमें उच्च अधिकारियों के सीयूजी नंबर जोड़कर लोगों से संपर्क किया जाता था। वह लोगों को अधिकारियों से उनकी पैरवी करने का झांसा देकर पैसे लेता था, और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने की पेशकश करता था। यह ठगी का काम संगठित रूप से किया जा रहा था, जिससे बड़ी मात्रा में लोगों को ठगा जा रहा था।
पुलिस की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि फ़ारूख अमन गिरोह के सरगना का प्रमुख सहयोगी था और वह लखनऊ में सक्रिय था। एसटीएफ को मिली सूचना के आधार पर, बृहस्पतिवार रात को उसे कमता तिराहा, अवध बस स्टैंड के पास गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ थाना साइबर क्राइम कमिश्नरेट लखनऊ में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और आईटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह पहली बार नहीं है कि किसी राजनेता के अधिकारी का नाम लेकर ठगी की गई हो। इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, जहां अपराधी लोगों की संवेदनशीलता का फायदा उठाकर उन्हें ठगने का प्रयास करते हैं। फिलहाल, मामले की आगे की विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है और एसटीएफ ने इस अपराधी गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास तेज कर दिए हैं।