PM Modi America Tour: हाल के दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की याददाश्त को लेकर चिंताएं फिर से चर्चा का विषय बन गई हैं। रविवार सुबह, डेलावेयर में एक कार्यक्रम के दौरान, बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परिचय देते वक्त एक असामान्य भूल कर दी। जब वह मंच पर थे, तो अचानक उन्होंने पूछा, "मैं आगे किसका परिचय करा रहा हूँ?" यह स्थिति न केवल दर्शकों के लिए अजीब थी, बल्कि राजनीतिक विश्लेषकों के लिए भी चिंताजनक।
कैंसर मूनशॉट पहल की शुरुआत
इस कार्यक्रम में बाइडेन, पीएम मोदी, ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस और जापान के फुमियो किशिदा ने मिलकर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में कैंसर के बोझ को कम करने के लिए कैंसर मूनशॉट पहल की शुरुआत की। लेकिन बाइडेन के इस भूलने की घटना ने उनके मानसिक स्वास्थ्य को लेकर नई बहस को जन्म दे दिया। जब मोदी ने मंच पर कदम रखा, तब कार्यक्रम के संचालक ने उनके नाम की घोषणा की, जबकि बाइडेन असमंजस में थे।
पूर्व की घटनाएँ
हाल के वर्षों में, बाइडेन की याददाश्त और सार्वजनिक बोलने की क्षमताओं को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं। जुलाई में वाशिंगटन में नाटो शिखर सम्मेलन के दौरान, उन्होंने गलती से यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कह दिया। इसी साल रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के साथ बहस के दौरान भी बाइडेन कई बार लड़खड़ाते नजर आए, जिससे उनकी चुनावी संभावनाओं पर संदेह बढ़ा।
जी7 सम्मेलन में असामान्य व्यवहार
जी7 सम्मेलन के दौरान भी बाइडेन ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मिलने के बाद कुछ अजीब हरकतें कीं। उन्होंने मेलोनी को सैल्यूट करते वक्त अपने हाथ को माथे पर रखा और मंच से धीरे-धीरे चले गए। इसके बाद एक अन्य इवेंट में, जब एक पैराग्लाइडर उतरा, तो बाइडेन मुस्कुराते हुए अलग दिशा में चलते नजर आए, जिससे अन्य नेताओं को भी आश्चर्य हुआ।
पहचान में असमंजस
बाइडेन कम से कम छह बार गलती से उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति कह चुके हैं। एक बार तो स्टेज पर जाने के दौरान, उनकी पत्नी जिल ने उन्हें एक महिला की ओर जाने से रोका, जो उन्होंने अपनी पत्नी समझी थी। यह घटनाएँ बाइडेन की मानसिक स्थिति पर नए सवाल खड़े करती हैं।
निष्कर्ष
जो बाइडेन की याददाश्त और सार्वजनिक बोलने की क्षमताओं पर उठ रहे सवाल उनकी राजनीतिक स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं। उनकी आयु और लगातार होने वाली भूलें इस बात का संकेत हो सकती हैं कि उन्हें चुनावी दायित्वों के लिए अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आने वाले चुनावों में उनके प्रदर्शन पर सबकी निगाहें होंगी।