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Afcons Infrastructure IPO:अच्छे-अच्छों की खुल सकती है किस्मत, Tata का ये पार्टनर IPO लाने जा रहा

Afcons Infrastructure IPO: दिवाली से पहले शेयर बाजार में आपकी किस्मत खुल सकती है. टाटा ग्रुप में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखने वाला शापूरजी पालोनजी ग्रुप अपनी एक

Afcons Infrastructure IPO: देश के इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में अग्रणी एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, जो खासकर ब्रिज निर्माण में विशेषज्ञता रखती है, जल्द ही अपना बहुप्रतीक्षित आईपीओ (इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग) लॉन्च करने जा रही है। यह आईपीओ निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है, जो 5,430 करोड़ रुपए के इस सार्वजनिक निर्गम के जरिए अपनी निवेश क्षमता को बढ़ाने का सुनहरा मौका पा सकते हैं। एफकॉन्स इंफ्रा, शापूरजी पालोनजी ग्रुप की कंपनी है, जो टाटा ग्रुप की सबसे बड़ी हिस्सेदार कंपनियों में से एक है।

एफकॉन्स का टाटा ग्रुप से गहरा नाता

एफकॉन्स इंफ्रा जिस शापूरजी पालोनजी ग्रुप का हिस्सा है, वह टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस में 18% हिस्सेदारी रखता है। यह ग्रुप टाटा ग्रुप के सबसे महत्वपूर्ण साझेदारों में से एक माना जाता है। साइरस मिस्त्री, जो शापूरजी पालोनजी परिवार से ताल्लुक रखते थे, को रतन टाटा के बाद टाटा संस के चेयरमैन के रूप में चुना गया था। हालांकि, कुछ साल पहले एक सड़क दुर्घटना में उनकी असमय मृत्यु हो गई। रतन टाटा का भी हाल ही में 86 वर्ष की आयु में निधन हुआ, जिससे उद्योग जगत में एक युग का अंत हो गया।

एफकॉन्स आईपीओ के बारे में क्या जानें?

एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एआईएल) का यह आईपीओ 25 अक्टूबर को खुलेगा और 29 अक्टूबर को बंद होगा। एंकर इंवेस्टर्स के पास 24 अक्टूबर से ही इस आईपीओ में निवेश करने का अवसर होगा। कंपनी ने इस आईपीओ से 5,430 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बनाई है। इसका मुख्य आकर्षण यह है कि 1,250 करोड़ रुपए के नए शेयर जारी किए जाएंगे और 4,180 करोड़ रुपए के शेयर्स ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत पेश किए जाएंगे।

हालांकि, कंपनी ने शेयर प्राइस बैंड का खुलासा अभी तक नहीं किया है, लेकिन अगले हफ्ते इसके बारे में घोषणा की जाएगी। एफकॉन्स आईपीओ के जरिए मिलने वाली धनराशि का एक बड़ा हिस्सा कंपनी की कार्यशील पूंजी, कर्ज चुकाने और निर्माण उपकरण खरीदने पर खर्च किया जाएगा।

प्रमोटर्स की प्रमुख हिस्सेदारी: एक मजबूत संकेत

एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि वर्तमान में इसके प्रमोटर्स और प्रमोटर्स ग्रुप की कंपनी में 99% हिस्सेदारी है। निवेशकों के नजरिए से यह एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि प्रमोटर्स की अधिक हिस्सेदारी को कंपनी की ग्रोथ और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। कंपनी को उम्मीद है कि आईपीओ के बाद यह हिस्सेदारी थोड़ी घटेगी, लेकिन फिर भी कंपनी के लिए विकास के नए रास्ते खुलेंगे।

आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग

एफकॉन्स ने आईपीओ से मिलने वाली राशि का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए करने की योजना बनाई है। कंपनी का इरादा है कि 80 करोड़ रुपए का निवेश नए कंस्ट्रक्शन टूल्स खरीदने में किया जाएगा, जबकि 320 करोड़ रुपए लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल के लिए उपयोग होंगे। इसके अतिरिक्त, 600 करोड़ रुपए का उपयोग कंपनी अपने कर्ज को चुकाने में करेगी। बाकी की राशि अन्य कॉरपोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल की जाएगी।

निवेशकों के लिए सुनहरा मौका

एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर का यह आईपीओ उन निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका हो सकता है, जो इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश कर अपनी पूंजी बढ़ाने के इच्छुक हैं। एफकॉन्स की मजबूत बाजार स्थिति, प्रमोटर्स की गहरी हिस्सेदारी और कंपनी की ठोस कार्ययोजना इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती है। यदि आप लंबी अवधि के लिए एक भरोसेमंद इंवेस्टमेंट की तलाश में हैं, तो एफकॉन्स का आईपीओ निश्चित रूप से आपके लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है।

दिवाली से पहले लॉन्च होने वाला यह आईपीओ मार्केट में हलचल मचाने वाला है, और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में कंपनी की स्थिर स्थिति इसे और भी खास बनाती है।

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