Rahul Gandhi News: बीजेपी सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने हाल ही में तीन कृषि कानूनों को दोबारा लागू किए जाने की बात कहकर देश की राजनीति में तूफान खड़ा कर दिया है। यह बयान ऐसे समय आया है जब कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, और इसका सीधा असर चुनावी माहौल पर देखने को मिल रहा है। कंगना के इस विवादित बयान के बाद कांग्रेस ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोल दिया है, और अब इस बहस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल हो गए हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए प्रधानमंत्री से सीधे सवाल पूछा है, जिससे राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है। उन्होंने पूछा कि आखिर बीजेपी की नीति कौन तय कर रहा है - पार्टी के सांसद या खुद प्रधानमंत्री मोदी? राहुल गांधी ने बीजेपी पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 700 से ज्यादा किसानों की शहादत के बावजूद बीजेपी का मन नहीं भरा है। उन्होंने खासतौर पर हरियाणा और पंजाब के किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि इनकी शहादत का सम्मान किया जाना चाहिए, और प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? एक भाजपा सांसद या प्रधानमंत्री मोदी?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 25, 2024
700 से ज़्यादा किसानों, खास कर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत ले कर भी भाजपा वालों का मन नहीं भरा।
INDIA हमारे अन्नदाताओं के विरुद्ध भाजपा का कोई भी षडयंत्र कामयाब नहीं होने देगा - अगर किसानों को नुकसान… pic.twitter.com/ekmHQq6y5D
राहुल गांधी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने जब किसान आंदोलन के समय तीन कृषि कानून वापस लिए थे, तो उन शहीद किसानों की याद में दो मिनट का मौन तक नहीं रखा गया था। यह बात दर्शाती है कि सरकार किसानों के प्रति कितनी असंवेदनशील है।
बीजेपी की रणनीति पर सवाल
राहुल गांधी ने कंगना रनौत का नाम लिए बिना बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी अक्सर सोसायटी में नए विचारों का परीक्षण करती है। पार्टी के नेता पहले किसी विचार को सार्वजनिक रूप से पेश करते हैं और फिर उस पर जनता की प्रतिक्रिया का अध्ययन किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कंगना का बयान भी इसी रणनीति का हिस्सा है, जहां किसानों से जुड़े काले कानूनों को वापस लाने की बात कही गई है।
प्रधानमंत्री से जवाब की मांग
राहुल गांधी ने अपने वीडियो संदेश में सीधे प्रधानमंत्री मोदी से स्पष्टीकरण की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे इस तरह के बयानों के खिलाफ हैं या फिर उनका भी यही इरादा है? उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बीजेपी ने फिर से कोई षड्यंत्र रचा और किसानों के खिलाफ कदम उठाने की कोशिश की, तो इंडिया गठबंधन एकजुट होकर इसका विरोध करेगा।
राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि अगर किसानों को किसी भी तरह की हानि पहुंचाने की कोशिश की गई, तो प्रधानमंत्री मोदी को एक बार फिर माफी मांगनी पड़ेगी। यह बयान उन परिस्थितियों की ओर इशारा करता है, जब तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बड़े पैमाने पर किसान आंदोलन हुआ था, जिसके बाद प्रधानमंत्री को माफी मांगकर कानूनों को वापस लेना पड़ा था।
बीजेपी बैकफुट पर
कंगना रनौत के इस बयान के बाद बीजेपी को सफाई देने पर मजबूर होना पड़ा है। पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मीडिया के सामने आकर कहा कि कंगना का बयान पार्टी की आधिकारिक राय नहीं है। उन्होंने कहा कि कंगना को पहले भी नीतिगत मामलों में बयान देते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई थी। हालांकि, कंगना का यह बयान ऐसे समय आया है जब हरियाणा विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, जिससे बीजेपी नेताओं में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
एनडीए के घटक दलों की प्रतिक्रिया
कंगना रनौत के बयान पर सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि बीजेपी के सहयोगी दलों ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने इस बयान को 'खतरनाक और अपमानजनक' बताया और बीजेपी से कंगना के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इसके अलावा, चिराग पासवान ने भी कंगना के बयान की निंदा की और कहा कि यह उनका निजी बयान हो सकता है, पार्टी या सरकार का नहीं।
कुल मिलाकर, कंगना रनौत का यह बयान विधानसभा चुनावों के ठीक पहले बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। पार्टी को न सिर्फ विपक्ष का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि उसके सहयोगी दल भी इस मामले पर असंतोष जता रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद से बीजेपी किस तरह निपटती है और प्रधानमंत्री मोदी इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।