Electronic Voting Machine: इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर एक बार फिर सियासी घमासान शुरू हो गया है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इसको लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने ईवीएम को ब्लैक बॉक्स बताया है. चुनाव आयोग से उन्होंने ईवीएम की पारदर्शिता बनाए रखने की बात कही है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में लिखा, लोकतांत्रिक संस्थाओं पर जब कब्जा हो जाता है तो चुनावी प्रक्रियाओं में ही एकमात्र सुरक्षा निहित होती है. ये चुनावी प्रक्रियाएं जनता के लिए पारदर्शी होती हैं. वर्तमान में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स है. या तो चुनाव आयोग ईवीएम और चुनावी प्रक्रियाओं की पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करे या उन्हें खत्म करे.
चुनाव परिणाम के बाद EVM पर घमासान
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर एक बार फिर घमासान शुरू हो गया है. रविवार को इसने एकदम से उस वक्त तेजी पकड़ी जब राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने एक खबर का हवाला दिया. इसमें आरोप लगाया गया था कि मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से शिवसेना उम्मीदवार के एक रिश्तेदार का फोन काउंटिंग के समय ईवीएम से जुड़ा हुआ था.
राहुल ने एलन मस्क के एक पोस्ट का हवाला दिया
ये खबर आग की तरह फैली तो निर्वाचन अधिकारी वंदना सूर्यवंशी सामने आईं. उन्होंने खबर को गलत बताया. साथ ही ये भी जानकारी दी कि इसको लेकर मानहानि का नोटिस जारी किया गया है. ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए राहुल ने एलन मस्क के एक पोस्ट का हवाला दिया था. इसमें उन्होंने ईवीएम को हटाने की बात की थी. दावा किया था कि हैकिंग का खतरा बहुत ज्यादा है. मस्क ने अपने पोस्ट में कहा था कि हमें ईवीएम का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए. इसे एआई के जरिए हैक किया जा सकता है.