Border-Gavaskar Trophy: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला जैसे ही शुरू होगा, सभी की निगाहें विराट कोहली पर टिकी होंगी। कोहली ने सीरीज के पहले ही मैच में शानदार शतक जड़कर अपनी लय का परिचय दिया है। पांच मैचों की इस सीरीज में ऐसा आगाज ऑस्ट्रेलियाई खेमे के लिए चिंता का सबब बन गया है। विराट का बल्ला अगर अगले चार मैचों में भी इसी तरह गरजता रहा, तो वो डॉन ब्रेडमैन का 76 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर सकते हैं।
डॉन ब्रेडमैन का ऐतिहासिक कीर्तिमान
डॉन ब्रेडमैन के नाम एक विदेशी बल्लेबाज द्वारा विरोधी टीम की सरजमीं पर सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 19 टेस्ट मैचों में 2674 रन बनाए और 11 शतक जड़े। यह रिकॉर्ड आज भी अटूट है। दिलचस्प बात यह है कि कोहली इस रिकॉर्ड को तोड़ने की दहलीज पर हैं।
कोहली का ऑस्ट्रेलिया में जलवा
विराट कोहली ने अब तक ऑस्ट्रेलिया में 43 टेस्ट मैच खेले हैं और 10 शतक लगाए हैं। इसका मतलब है कि डॉन ब्रेडमैन की बराबरी करने के लिए कोहली को एक और शतक और रिकॉर्ड तोड़ने के लिए दो शतक की जरूरत है। हालांकि यह आसान नहीं है, लेकिन कोहली के लिए नामुमकिन भी नहीं। अगर कोहली इस सीरीज में दो और शतक लगाते हैं, तो वे डॉन ब्रेडमैन के इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड को तोड़ देंगे।
विराट का पिंक बॉल टेस्ट रिकॉर्ड
विराट कोहली की उपलब्धियों में एक और खास बात यह है कि वह पिंक बॉल टेस्ट में शतक लगाने वाले भारत के इकलौते बल्लेबाज हैं। उन्होंने 2019 में कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। यह भारत का पहला पिंक बॉल टेस्ट था, और तब से अब तक कोई भी भारतीय बल्लेबाज इस प्रारूप में शतक नहीं लगा पाया है।
क्यों विराट कोहली पर निगाहें?
- लय में लौटे कोहली: कोहली ने सीरीज के पहले मैच में शानदार शतक लगाया है, जो उनकी फार्म और आत्मविश्वास का संकेत है।
- डॉन ब्रेडमैन का रिकॉर्ड: यह रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा मील का पत्थर हो सकता है।
- सीरीज की अहमियत: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन न केवल कोहली की व्यक्तिगत उपलब्धियों में इजाफा करेगा, बल्कि टीम इंडिया को सीरीज में मजबूत स्थिति में भी ला सकता है।
क्या कहती है ऑस्ट्रेलिया की चुनौती?
ऑस्ट्रेलियाई टीम कोहली की मौजूदा फॉर्म से खौफ में होगी। उनके पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को उन्हें रोकने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना होगा। हालांकि, कोहली के लिए यह भी जरूरी होगा कि वे धैर्य और तकनीक के साथ बल्लेबाजी करें, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियां और उनकी गेंदबाजी आक्रमण किसी भी बल्लेबाज के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती हैं।
निष्कर्ष: इतिहास रचने का समय
विराट कोहली के पास इस सीरीज में इतिहास रचने का सुनहरा मौका है। अगर वे डॉन ब्रेडमैन का रिकॉर्ड तोड़ते हैं, तो यह उनकी काबिलियत और निरंतरता का एक और प्रमाण होगा। भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों की उम्मीदें उनके साथ हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि कोहली इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं।