Apple iPhone: भारत में निर्मित iPhone का डंका अब वैश्विक स्तर पर बज रहा है। फाइनेंशियल ईयर 2024 में Apple ने अपने "मेड इन इंडिया" iPhone का 70% हिस्सा एक्सपोर्ट किया। भविष्य में यह आंकड़ा 80-85% तक पहुंचने की उम्मीद है, जो भारतीय तकनीकी उत्पादन के बढ़ते कद और क्षमता को दर्शाता है।
भारत में iPhone निर्माण का वर्तमान और भविष्य
Apple फिलहाल भारत और चीन में अपने iPhone का निर्माण करता है। भारत में बनने वाले iPhone अभी तक Apple के कुल प्रोडक्शन का केवल 14-15% हिस्सा हैं, लेकिन इस क्षेत्र में विस्तार की व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं। Apple ने भारत को एक रणनीतिक उत्पादन केंद्र बनाने के लिए बड़े कदम उठाए हैं, जिसका सीधा प्रभाव वैश्विक iPhone सप्लाई चेन पर पड़ा है।
Apple का रिकॉर्ड-ब्रेकिंग प्रदर्शन
IDC डेटा के अनुसार, जनवरी से सितंबर 2024 के बीच Apple के स्मार्टफोन शिपमेंट का कुल मूल्य $7.96 बिलियन था। इसके मुकाबले Samsung का शिपमेंट $5.23 बिलियन रहा। इस अवधि में, Apple ने भारत के स्मार्टफोन बाजार में 27% मूल्य हिस्सेदारी हासिल की, जबकि Samsung का हिस्सा 17.7% पर सिमट गया।
2023 में Apple के iPhone शिपमेंट का मूल्य $8.69 बिलियन था, जो Samsung के $8.33 बिलियन से थोड़ा अधिक था। यह अंतर 2024 में और बढ़ा, जिससे Apple की भारत में बढ़ती लोकप्रियता स्पष्ट हुई।
महंगे iPhone की बढ़ती मांग
Apple के प्रीमियम सेगमेंट में मजबूती से जमे होने का कारण उसकी बेहतरीन गुणवत्ता और उच्च मूल्य सीमा है। IDC के अनुसार:
- Apple के 85% से अधिक शिपमेंट $700 से ज्यादा मूल्य वाले मॉडल में होते हैं।
- Samsung के 75% से ज्यादा शिपमेंट $400 से कम की श्रेणी में आते हैं।
iPhone 15 और iPhone 13 मॉडल की मजबूत मांग ने सितंबर 2024 तिमाही में Apple को भारत में रिकॉर्ड 4 मिलियन यूनिट शिप करने में मदद की। विशेषज्ञों के अनुसार, 2024 में Apple 12 मिलियन से अधिक iPhone यूनिट्स शिप करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
चीन को चुनौती देने के लिए भारत तैयार
भारत का iPhone उत्पादन अगले पांच वर्षों में चीन को चुनौती देने की क्षमता रखता है। हालांकि, राजस्व और बिक्री में चीन के बराबर पहुंचने के लिए भारत को 10-15 साल का समय लग सकता है। लेकिन उत्पादन की मौजूदा गति भारत को एक वैश्विक विनिर्माण हब के रूप में स्थापित करने के लिए पर्याप्त है।
सैमसंग से आगे निकला Apple
2024 में भारत में Apple के iPhone शिपमेंट ने मूल्य के हिसाब से $10.7 बिलियन (लगभग 90,680 करोड़ रुपये) को पार कर लिया। यह लगातार दूसरा साल है जब Apple ने भारत में स्मार्टफोन बाजार में Samsung को पीछे छोड़ दिया है।
भारत के लिए यह उपलब्धि क्यों महत्वपूर्ण है?
- रोजगार सृजन: iPhone निर्माण में बढ़ोतरी से भारत में हजारों नई नौकरियां पैदा हो रही हैं।
- आर्थिक विकास: मेड इन इंडिया iPhone का निर्यात भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहा है।
- तकनीकी उत्कृष्टता: Apple जैसे ब्रांड के साथ साझेदारी से भारत की तकनीकी क्षमताओं को वैश्विक पहचान मिल रही है।
निष्कर्ष
मेड इन इंडिया iPhone केवल Apple के लिए ही नहीं, बल्कि भारत के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। यह न केवल भारत के तकनीकी उत्पादन में आत्मनिर्भरता को दर्शाता है, बल्कि देश को वैश्विक स्तर पर विनिर्माण और निर्यात हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आने वाले वर्षों में भारत, Apple के लिए एक महत्वपूर्ण उत्पादन केंद्र बनकर उभरेगा।