Amit Shah News: भारत सरकार, विदेशों में छिपे वांटेड अपराधियों को पकड़ने के लिए एक नई प्रणाली 'भारतपोल' लेकर आ रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को सुबह 10:30 बजे भारत मंडपम में 'भारतपोल' का उद्घाटन करेंगे। यह एक अत्याधुनिक और अत्यधिक जरूरी कदम है, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सुरक्षा को मजबूत करना है। इस पोर्टल का विकास भारतीय केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई द्वारा किया गया है और इसे इंटरपोल की तर्ज पर तैयार किया गया है।
भारतपोल के तहत, सभी केंद्रीय जांच एजेंसियां जैसे सीबीआई, ईडी, एनआईए और विभिन्न राज्यों की पुलिस को एक साथ जोड़ा जाएगा, जिससे समन्वय और आपसी सहयोग में सुधार होगा। इस पोर्टल के माध्यम से, वांटेड अपराधियों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने की प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाया जाएगा।
भारतपोल का महत्व और फायदा
भारतपोल का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे अपराधियों तक पहुंचने में आसानी होगी, खासकर उन अपराधियों तक, जो आतंकवादी गतिविधियों, संगीन अपराधों, नशीली दवाओं के व्यापार, और साइबर क्राइम में शामिल हैं। यह पोर्टल सभी केंद्रीय एजेंसियों और विभिन्न राज्यों की पुलिस को सीधे जोड़ने का काम करेगा, जिससे आपस में बेहतर तालमेल बन सकेगा। इसके अलावा, सभी एजेंसियां आपस में बिना किसी अवरोध के सूचना साझा कर सकेंगी, जो अपराधियों के पकड़ने में अहम भूमिका निभाएगा।
अब तक अपराधियों को कैसे पकड़ा जाता था?
हालांकि, आज भी अपराधियों को पकड़ने की प्रक्रिया में कई दिक्कतें आती हैं। वांटेड अपराधी अक्सर किसी अपराध के बाद विदेश भाग जाते हैं, चाहे वह आतंकवादी गतिविधि हो, साइबर क्राइम हो, या बैंक फ्रॉड जैसी घटनाएं। कई बार ये अपराधी विदेशों से बैठकर भारत में गैंगवार जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। उदाहरण के तौर पर, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा जैसे अपराधी कनाडा और अमेरिका से भारत में अपने गैंगवार को अंजाम देते हैं। खालिस्तानी तत्व भी इसी तरह भारत में अपराधों को अंजाम देते हैं।
अब तक जब किसी एजेंसी को किसी वांटेड अपराधी को पकड़ने के लिए उसे वापस लाना होता था, तो वे सीबीआई से संपर्क करती थीं। सीबीआई को प्रत्यर्पण के लिए मेल या पत्र भेजने की प्रक्रिया का पालन करना पड़ता था, लेकिन इसमें सूचना लीक होने का खतरा बना रहता था।
भारतपोल का भविष्य
भारतपोल, इस प्रक्रिया को अधिक सटीक और तेज बनाएगा। अब एजेंसियों के बीच सूचना का आदान-प्रदान तेजी से होगा और समन्वय के कारण अपराधियों को पकड़ना पहले से कहीं अधिक आसान हो जाएगा। यह पोर्टल न केवल वांटेड अपराधियों को पकड़ने में मदद करेगा, बल्कि भारत की सुरक्षा व्यवस्था को एक नया मुकाम भी देगा।
इस पहल से भारत सरकार द्वारा देश के बाहर छिपे वांटेड अपराधियों को पकड़ने के प्रयासों में भी तेजी आएगी, और यह अपराधियों के लिए कड़ा संदेश देगा कि चाहे वे कहीं भी छिपें, उन्हें कानून से बचने का कोई रास्ता नहीं मिलेगा।