Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में बीते मंगलवार को एक दर्दनाक घटना हुई. सिकन्दराराऊ इलाके में नारायण हरि साकार उर्फ ‘भोले बाबा’ के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई. वहीं कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. इस हादसे के बाद नारायण हरि साकार उर्फ ‘भोले बाबा’ चर्चा में है. बाबा को लेकर तरह-तरह के खुलासे हो रहे हैं. बाबा के ही एक पूर्व सेवादार ने उन्हें ढोंगी तक करार दे दिया और कहा कि बाबा ने अपने पाखंड से पूरा साम्राज्य बनाया है.
बाबा के पूर्व सेवादार रंजीत सिंह ने बताया कि रंजीत भोले बाबा के पास कोई विशेष शक्ति नहीं है. वो सिर्फ अपने पास विशेष शक्ति होने का ढोंग करता है. रंजीत सिंह ने बताया कि मेरे पिता जी बाबा के आश्रम में 15 साल रहे हैं. बाबा जिस गांव के रहने वाले हैं, उसी गांव का मैं भी रहने वाला हूं. वहीं पर मेरा पूरा बचपन गुजरा है. भोले बाबा के पिता जी का नाम नन्हें बाबू था. वो खेती-किसानी किया करते थे.
बाबा ने एजेंटों के माध्यम से बनाया अपना साम्राज्य
पूर्व सेवादार रंजीत सिंह ने बताया कि पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद बाबा ने सत्संग का ढोंग रचाकर पहले अपने एजेंट तैयार किए. एजेंट इकट्ठा करने के बाद बाबा ने उनको पैस दिए. इसके बाद यहां लोग आने शुरू हुए. ये एजेंटों को पैसे देकर ये कहलवाता था कि उनको बाबा की ऊंगली पर चक्र दिख रहा है. जैसे बाबा बोलते थे, उनके एजेंट वैसे ही बोलते थे. ऐजेंट बाबा के हाथ में कभी चक्र तो कभी त्रिशूल दिखने की बात करके जनता को भ्रमित करते थे.
बाबा के आश्रम में लड़कियां, करवाता था गलत काम!
पूर्व सेवादार रंजीत सिंह ने बताया कि बाबा अपने सभी आश्रम में लड़कियों को भी रखता है. खास बात ये है कि लड़कियों की उम्र सिर्फ 16 से 17 साल रहती है. बाबा इन लड़कियों को अपनी शिष्या बताता था. यही नहीं पूर्व सेवादार रंजीत सिंह ने बाबा पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि बाबा इन लड़कियों से गलत काम भी करवाता था. यही नहीं बाबा के पास कई लग्जरी गाड़ियां भी हैं. हालांकि, बाबा की जो लग्जरी गाडि़यां है, उनमें से एक का भी रजिस्ट्रेशन उनके नाम पर नहीं है. सभी गाड़ियां दूसरे लोगों, खासतौर पर भक्तों के नामों पर हैं. बाबा ने अपने नाम पर कुछ नहीं कर रखा है.
बाबा ने AP सिंह को अपना वकील नियुक्त किया
हाथरस के फुलरई गांव में प्रवचनकर्ता नारायण हरि साकार उर्फ भोले बाबा के कार्यक्रम में बीते मंगलवार को करीब ढाई लाख अनुयायी एकत्र हुए थे. इस दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में अधिकतर महिलाएं हैं. अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई. वहीं घटना के करीब 24 घंटे बाद बाबा का पहला बयान सामने आया, जिसमें उसने हादसे में मरने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एपी सिंह को अपना वकील नियुक्त किया.
मामले की होगी न्यायिक जांच- CM योगी
वहीं दूसरी ओर सूब के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्संग के बाद हुई भगदड़ की घटना में साजिश की आशंका जाहिर करते हुए इसकी न्यायिक जांच कराने का ऐलान किया. उन्होंने घटना में साजिश की तरफ इशारा करते हुए कहा, यह हादसा था या कोई साजिश और अगर साजिश थी तो इसमें किसका हाथ है. इन सभी पहलुओं को जानने के लिए हम न्यायिक जांच भी कराएंगे, जो उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश की अध्यक्षता में की जाएगी.