Quad summit: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अगले सप्ताह अपने डेलावेयर निवास पर क्वाड नेताओं के चौथे शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करेंगे। यह शिखर सम्मेलन बाइडेन के राष्ट्रपति कार्यकाल का संभवतः अंतिम क्वाड शिखर सम्मेलन होगा, क्योंकि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर को होने वाले हैं। नए राष्ट्रपति का पदभार जनवरी तक संभाल लिया जाएगा। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने इस महत्वपूर्ण सम्मेलन की जानकारी दी है, जो अमेरिकी विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में उभर रहा है।
क्वाड का महत्व और शिखर सम्मेलन की तैयारी
क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) में चार प्रमुख देश शामिल हैं: ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका। इस सम्मेलन का उद्देश्य इन देशों के बीच सुरक्षा, आर्थिक और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देना है। इस साल भारत को क्वाड शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करनी थी, लेकिन अब यह जिम्मेदारी अगले साल के लिए स्थगित कर दी गई है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति जोसेफ आर. बाइडेन जूनियर 21 सितंबर को डेलावेयर के विलमिंगटन में इस शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करेंगे। यह बाइडेन के राष्ट्रपति पद के दौरान एक महत्वपूर्ण विदेश नीति पहल है और उनकी प्रशासन की प्रमुख विदेश नीति परंपराओं में से एक को दर्शाता है।
पीएम मोदी और अन्य नेताओं का स्वागत
राष्ट्रपति बाइडेन इस शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, और जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा का स्वागत करने के लिए अत्यंत उत्सुक हैं। बाइडेन ने कहा है कि इस शिखर सम्मेलन की मेज़बानी विलमिंगटन में उनके निवास पर पहली बार हो रही है, जो इस बात को दर्शाता है कि वे क्वाड नेताओं के साथ गहरे व्यक्तिगत संबंधों और इस सम्मेलन के महत्व को कितना मानते हैं।
उन्होंने कहा, "यह सम्मेलन हमारे चार देशों के बीच सहयोग और साझेदारी को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। हाल के वर्षों में, क्वाड विदेश मंत्रियों की आठ बार मुलाकात हुई है, और हमारे देशों की सरकारें विभिन्न स्तरों पर बातचीत और समन्वय जारी रख रही हैं।"
बाइडेन का कार्यकाल और भविष्य की दिशा
राष्ट्रपति बाइडेन का कार्यकाल समाप्त होने से पहले यह शिखर सम्मेलन उनके प्रशासन की एक महत्वपूर्ण विदेश नीति पहल के रूप में देखा जा रहा है। यह सम्मेलन न केवल क्वाड देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालने की संभावना है।
इस शिखर सम्मेलन के माध्यम से, बाइडेन प्रशासन ने वैश्विक मंच पर एक ठोस संदेश देने का प्रयास किया है कि अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जब 2024 की शुरुआत में एक नया राष्ट्रपति पदभार संभालेगा, तब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्वाड और अन्य वैश्विक सहयोग प्रयास कैसे विकसित होते हैं। इस समय, बाइडेन का डेलावेयर में क्वाड नेताओं का शिखर सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मिल का पत्थर साबित हो सकता है, जो वैश्विक राजनीति और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में नई दिशाओं की ओर इशारा करता है।