IND vs ENG: बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमेटी ने शुक्रवार देर रात इंग्लैंड के खिलाफ खेली जाने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों के लिए टीम का ऐलान कर दिया. इस टीम सेलेक्शन ने कई लोगों को हैरान किया. इसमें एक ऐसा नाम शामिल किया गया जिसके बारे में किसी ने नहीं सोचा था. लेकिन साथ ही एक ऐसे खिलाड़ी को नजरअंदाज करना फिर सामने आया जो घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बना रहा है. ये खिलाड़ी है सरफराज खान. सरफराज लगातार रन कर रहे हैं लेकिन फिर भी सेलेक्टर्स उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं.
अब बात उस खिलाड़ी की कर लेते हैं जो टेस्ट टीम में आया है, जिसके बारे में किसी ने नहीं सोचा था. ये खिलाड़ी है विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरैल.पिछले आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए तूफानी पारियां खेल सुर्खियां बटोरने वाले जुरैल भी लगातार प्रभावित कर रहे हैं लेकिन वह टेस्ट टीम में आएंगे वो भी तब जब दो विकेटकीपर पहले से ही मौजूद हैं, ये किसी ने नहीं सोचा था.
कब मिलेगा सरफराज को मौका
सरफराज पिछले दो-तीन सालों में लगातार रन बना रहे हैं. कोविड के कारण जब क्रिकेट रुका था उससे पहले से सरफराज का बल्ला चमक रहा है और रन उगल रहा है. साल 2021-22 में वह रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. वह ईरानी ट्रॉफी में भी चमके और इंडिया-ए से खेलते हुए भी उनका बल्ला चमका, लेकिन अभी तक उनको टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है. सरफराज ने टीम सेलेक्शन के बाद शनिवार को ही इंडिया-ए से खेलते हुए इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 96 रनों की पारी खेली. सरफराज का फर्स्ट क्लास में औसत 69.66 का यानी तकरीबन 70 का है लेकिन फिर भी वह टीम से बाहर हैं. उनसे पहले टी20 के विशेषज्ञ सूर्यकुमार यादव को टेस्ट में मौका मिल चुका है. वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2023 में टेस्ट डेब्यू भी कर चुके हैं. और अब उनसे पहले जुरैल को भी मौका मिल गया है. जुरैल भी हालांकि लगातार रन कर रहे हैं. ऐसे में जब वह टीम में जगह बना सकते हैं तो सरफराज क्यों नहीं?
बन सकती थी जगह
दो टेस्ट मैचों के लिए जो टीम चुनी गई है उसमें सरफराज की जगह बना सकती थी. अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली सेलेक्शन कमेटी ने इन दो मैचों के लिए तीन विकेटकीपर चुने हैं. केएल राहुल को बतौर विकेटकीपर चुना गया है. वह हाल ही में साउथ अफ्रीका में खेली गई दो टेस्ट मैचों की सीरीज में विकेटकीपर की भूमिका निभा चुके हैं. उनके अलावा केएस भरत भी टीम में हैं. इन दोनों के अलावा जुरैल हैं. भारत में तीन विकेटकीपर चुनने का औचित्य समझ नहीं आता है क्योंकि टीम मैनेजमेंट की सोच को देखा जाए तो राहुल या भरत में से ही कोई विकेटकीपर की भूमिका निभा सकता है, ऐसे में जुरैल की जगह सरफराज को टीम में चुना जा सकता था. इससे सरफराज को आत्मविश्वास भी मिलता है और वह मोटिवेट भी होते. खैर, अभी तीन मैचों के लिए टेस्ट टीम का ऐलान होना है और सरफराज, सरफराज के फैंस उम्मीद में होंगे कि उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे खुल जाएं.