Border-Gavaskar Trophy: भारतीय क्रिकेट टीम का मौजूदा फॉर्म चिंता का विषय बना हुआ है। हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 की करारी हार के बाद टीम इंडिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की पाइंट्स टेबल में शीर्ष स्थान खो दिया था। अब भारतीय टीम की चुनौती और कठिन हो गई है, क्योंकि उसे 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। मुख्य टीम के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने से पहले इंडिया ए टीम को मिली शिकस्त ने टीम इंडिया की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ऑस्ट्रेलिया ए से भारत ए का क्लीन स्वीप
हाल ही में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में ऑस्ट्रेलिया ए और इंडिया ए के बीच दूसरा अनऑफिशियल टेस्ट मैच खेला गया, जिसमें भारत ए को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। पहली पारी में भारत की ओर से सिर्फ ध्रुव जुरेल ने ही 80 रनों की पारी खेली, जिसके चलते पूरी टीम 161 रनों पर ढेर हो गई। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ए ने 223 रनों का स्कोर खड़ा कर 62 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की। भारत ने अपनी दूसरी पारी में थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करते हुए 229 रन बनाए, जिसमें फिर से ध्रुव जुरेल ने सर्वाधिक 68 रन बनाए। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ए ने 168 रनों के लक्ष्य को आसानी से 6 विकेट शेष रहते हासिल कर लिया।
फ्लॉप रहे इंडिया ए के बल्लेबाज
इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। ऑस्ट्रेलिया ए ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और भारतीय बल्लेबाजों को दबाव में डाल दिया। भारत की पहली पारी महज 161 रनों पर सिमट गई, जिसमें शीर्ष क्रम के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके। केएल राहुल ने दोनों पारियों में मिलाकर केवल 14 रन बनाए, जबकि अभिमन्यु ईश्वरन ने सिर्फ 17 रन जोड़े। नीतीश कुमार रेड्डी ने पहले पारी में 16 और दूसरी पारी में 38 रन बनाए। दोनों पारियों में अर्धशतक जमाने वाले ध्रुव जुरेल को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ टिक नहीं पाया।
गेंदबाजों का संघर्ष
प्रसिद्ध कृष्णा ने भले ही इस मैच में कुल 6 विकेट चटकाए हों, लेकिन भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन लक्ष्य का बचाव करने में कमजोर साबित हुआ। 168 रनों का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम की शुरुआत लड़खड़ाई थी, और उसने 73 रन पर अपने 4 विकेट गंवा दिए थे। हालांकि, इसके बाद सैम कोनस्टास (नाबाद 73) और ब्यू वेबस्टर (नाबाद 46) ने मोर्चा संभालते हुए टीम को जीत दिलाई। भारतीय गेंदबाजों ने विकेट के लिए संघर्ष किया, लेकिन सफलता नहीं मिली और ऑस्ट्रेलिया ए ने आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले टीम इंडिया के लिए बढ़ी चिंता
भारत ए की हार ने भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों और टीम प्रबंधन की चिंताओं को बढ़ा दिया है। इस वक्त जब भारत की मुख्य टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तैयारी कर रही है, तो खिलाड़ियों की फॉर्म और प्रदर्शन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ध्रुव जुरेल और प्रसिद्ध कृष्णा के अलावा किसी भी खिलाड़ी ने उस स्तर का प्रदर्शन नहीं किया जिसकी उम्मीद थी, और मुख्य खिलाड़ियों की फॉर्म में गिरावट से चिंता और भी बढ़ गई है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में क्या होंगे टीम इंडिया की चुनौतियां?
ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ खेलना हमेशा ही चुनौतीपूर्ण रहा है, और इस बार टीम इंडिया के लिए हालात पहले से भी कठिन होंगे। भारतीय बल्लेबाजों की मौजूदा फॉर्म और गेंदबाजों की संघर्षपूर्ण स्थिति को देखते हुए, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करना चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। केएल राहुल और अन्य शीर्ष बल्लेबाजों को अपनी फॉर्म में सुधार लाना होगा, जबकि गेंदबाजों को भी अधिक आक्रामकता और सटीकता दिखाने की जरूरत होगी।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया का प्रदर्शन न केवल भारतीय टीम की प्रतिष्ठा के लिए बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण होगा।