US Presidential Election: अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाला है, जिसमें डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। इस बार की चुनावी दौड़ बेहद कांटे की मानी जा रही है, लेकिन ताज़ा राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में कमला हैरिस की स्थिति मजबूत होती दिखाई दे रही है।
कमला हैरिस की बढ़त: सर्वेक्षणों में संकेत
अमेरिकी रिसर्च एजेंसी Ipsos द्वारा किए गए ताज़ा सर्वेक्षण के अनुसार, कमला हैरिस को डोनाल्ड ट्रंप की तुलना में 5 प्रतिशत की बढ़त प्राप्त हो रही है। Ipsos ने यह सर्वे 10 से 11 सितंबर के बीच कराया था, जिसमें 1405 रजिस्टर्ड वोटर्स ने हिस्सा लिया। इस सर्वे में कमला हैरिस को 47 प्रतिशत समर्थन प्राप्त हो रहा है, जबकि ट्रंप को 42 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिल रहा है।
इसी तरह, ‘डाटा फॉर प्रोग्रेस’ के पोल में भी कमला हैरिस को 4 प्रतिशत की बढ़त मिली है। इस सर्वे में 11 से 12 सितंबर के बीच 1283 संभावित वोटर्स ने हिस्सा लिया। आंकड़ों के अनुसार, कमला हैरिस को 50 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला है, जबकि ट्रंप को 46 प्रतिशत समर्थन प्राप्त हुआ है।
एक और सर्वे, RMG रिसर्च के आंकड़े भी कमला हैरिस की बढ़त को दर्शाते हैं। इस सर्वे में 8 से 11 सितंबर के बीच 2756 रजिस्टर्ड वोटर्स ने हिस्सा लिया। RMG रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार, 51 प्रतिशत लोगों ने कमला हैरिस का समर्थन किया, जबकि 47 प्रतिशत ने डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में वोट डाला।
प्रेसिडेंशियल डिबेट: चुनावी दिशा में बदलाव?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में प्रेसिडेंशियल डिबेट की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पिछले साढ़े छह दशकों के इतिहास में, ऐसा माना जाता है कि प्रेसिडेंशियल डिबेट जीतने वाले उम्मीदवार की चुनाव में जीत की संभावना अधिक होती है। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप उन चंद उम्मीदवारों में शामिल हैं जिन्होंने डिबेट हारकर भी चुनाव जीतने में सफलता प्राप्त की है।
यहां यह सवाल उठता है कि क्या प्रेसिडेंशियल डिबेट के परिणाम इस बार भी चुनावी दिशा को बदल सकते हैं? तमाम राजनीतिक पंडितों का मानना है कि चुनावी मुकाबला अभी भी बेहद कांटे का है। हालांकि, ताज़ा सर्वेक्षणों में कमला हैरिस की बढ़त स्पष्ट है, लेकिन क्या यह बढ़त चुनावी नतीजों में भी दिखाई देगी, यह देखने वाली बात होगी।
निष्कर्ष
कमला हैरिस की ताज़ा सर्वेक्षणों में ट्रंप से बढ़त ने चुनावी परिदृश्य में एक नई उम्मीद जगा दी है। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप की डिबेट जीतने की क्षमता और चुनावी मुकाबले की जटिलताएं यह संकेत देती हैं कि चुनाव परिणाम निश्चित रूप से सर्वेक्षणों के अनुसार नहीं हो सकते। आगामी दिनों में प्रेसिडेंशियल डिबेट और अन्य चुनावी गतिविधियां इस बात को स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं कि अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन होगा।