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IPL 2024:फिर से RCB टूर्नामेंट से पहले ही हारी! ऑक्शन की ये गलती पड़ेगी भारी

IPL 2024: IPL में कोई भी टीम मैदान पर बाद में जीतती है, उससे पहले वो ऑक्शन में सफलता हासिल करती है. ऑक्शन में अपनी जरूरतों के हिसाब से खिलाड़ियों को सही कीमत पर खरीदना एक बड़ा पहलू रहता है और इस मामले में ज्यादातर टीमें नाकाम रही हैं

IPL 2024: इंडियन प्रीमियर लीग में सिर्फ दो टीमों का ही सबसे ज्यादा दबदबा रहा है. मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स. लीग के 16 साल के इतिहास में इन दोनों फ्रेंचाइजी ने कुल मिलाकर 10 बार खिताब जीते हैं. वहीं पंजाब किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ऐसी टीमें हैं, जो आज तक चैंपियन नहीं बन पाई हैं. बैंगलोर 2-3 बार करीब आकर चूकी है. वर्ल्ड क्रिकेट के कुछ सबसे बेहतरीन क्रिकेटर्स होने के बाद भी ये टीम नाकाम रही है. अगर लीग के 17वें सीजन यानी आईपीएल 2024 में भी ये नाकाम होती है तो हैरानी नहीं होनी चाहिए.

अब तक तो वैसे आपको पता चल ही चुका होगा कि क्यों ऐसा कहा जा रहा है. फिर भी अगर आपका ध्यान नहीं गया हो या आप ज्यादा व्यस्त रहे हों, तो यहां आपको इस वजह के बारे में बता देते हैं. इसका लेना-देना बैंगलोर की उन्हीं गलतियों से है, जो पिछले कई सीजन से होती आ रही है. वो भी टूर्नामेंट शुरू होने से पहले यानी ऑक्शन टेबल पर. पिछले कई सालों से बैंगलोर ये गलती अपने शहर के आलीशान होटल में होती रही ऑक्शन में करते थे. इस बार ये दुबई में हुई और वहां भी RCB ने गलती का मौका नहीं गंवाया.

टीम की खराब प्लानिंग

पिछले कई सीजनों में जब भी कभी बैंगलोर की नाकामी का एनालिसिस होता है, तो दो बातें हमेशा सामने आती हैं- अच्छे गेंदबाजों की कमी और सेलेक्शन में कंसिस्टेंसी की कमी. इनमें पहली प्रॉब्लम का इलाज अक्सर ऑक्शन के दौरान होता है. हालांकि, पिछले 2 सीजनों में बैंगलोर ने इस मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन उससे पहले और इस बार फ्रेंचाइजी ने अपने करोड़ों फैंस को निराश किया. बैंगलोर ने ऑक्शन से पहले जॉश हेजलवुड, डेविड विली, हर्षल पटेल जैसे तेज गेंदबाजों और वानिंदु हसरंगा जैसे अनुभवी स्पिनर को रिलीज किया था. ये अपने आप में चौंकाने वाला था.

फिर भी इससे साफ था कि बैंगलोर फिर से अपने गेंदबाजी विकल्पों को मजबूत करना चाहेगी. ऑक्शन में फ्रेंचाइजी के काबिल रणनीतिकारों ने काफी इंतजार भी किया और फिर ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज पैट कमिंस पर बोली भी लगाई. कुल 23-24 करोड़ के बजट पर ये टीम 20 करोड़ रुपये कमिंस पर खर्च करने की तैयार थी. आखिर वो नहीं हुआ, जो शायद अच्छा ही था.

जिन पर लगाया दांव, वो देंगे गहरे घाव!

हालांकि, इसके बाद जिन गेंदबाजों पर बैंगलोर ने पैसे खर्च किए, उसने हर किसी को हैरान किया है. RCB का होम ग्राउंड, एम चिन्नास्वामी अक्सर गेंदबाजों के लिए बुरा सपना साबित होता रहा है. इसके चलते कई बार बैंगलोर को खराब गेंदबाजी के बावजूद थोड़ी सहानुभूति मिलती रही है. ये सब जानने के बावजूद भी बैंगलोर ने इस बार की ऑक्शन में जिन 3 तेज गेंदबाजों पर दांव लगाया, वो तीनों ही अपनी महंगी गेंदबाजी के कारण चर्चा में रहे हैं.

बैंगलोर ने सबको चौंकाते हुए वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ के लिए 11.50 करोड़ रुपये खर्च किए. अल्जारी को 2 सीजन तक रखने के बाद गुजरात टाइटंस ने रिलीज किया था. इन दोनों सीजनों में अल्जारी को सिर्फ 16 मैच खेलने का मौका मिला और विकेट उनके खाते में आए सिर्फ 14. सबसे बड़ी परेशानी ये है कि उन्होंने लगातार 9 से ज्यादा की इकॉनमी से रन खर्चे. इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टी20 सीरीज में उनका प्रदर्शन कुछ इस तरह था- 3/54, 3/39, 0/50.

अल्जारी के पास तेज रफ्तार के साथ ही अच्छी बाउंसर और यॉर्कर भी है लेकिन दिक्कत कंसिस्टेंसी की रही है. अब चिन्नास्वामी में उनका क्या होगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है. इसके अलावा बाएं हाथ के युवा भारतीय पेसर यश दयाल के लिए बैंगलोर ने 5 करोड़ रुपये खर्चे. यश दयाल पिछले सीजन में रिंकू सिंह के खिलाफ लगातार 5 छक्के खाने के कारण चर्चा में आए थे.

यश दयाल का IPL करियर ज्यादा लंबा नहीं है लेकिन 14 मैचों में ही उन्होंने 10 की इकॉनमी से रन खर्चते हुए 13 विकेट लिए हैं. हो सकता है यश दयाल नई टीम के लिए ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करें लेकिन जब तक वो दिखता नहीं है, तब तक तो ये घाटे का सौदा ही होगा.

गलत साबित हो सकते हैं अनुमान लेकिन…

इनके अलावा RCB ने इंग्लैंड के टॉम करन और न्यूजीलैंड के लॉकी फर्ग्यूसन पर भी 3.50 करोड़ रुपये खर्च किए. इसमें फर्ग्यूसन का IPL रिकॉर्ड फिर भी बेहतर है लेकिन पिछले सीजन में तो वो 13 की इकॉनमी से पिटे थे. वहीं टॉम करन जितना अच्छा इंग्लैंड में या अन्य टी20 लीग में करते हैं, उसके सामने IPL में उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है. IPL के 3 सीजन में सिर्फ 13 मैच खेलने वाले करन ने 10.84 की इकॉनमी से सिर्फ 13 विकेट ही लिए हैं.

ये सभी खिलाड़ी हर किसी की उम्मीदों को गलत साबित कर सकते हैं और हो सकता है कि बैंगलोर के लिए ये सारी डील फायदेमंद रहें लेकिन पहली नजर में तो फाफ डुप्लेसी और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की ये टीम मुश्किल में दिख रही है और एक और सीजन में इसके फैंस का ‘ई साला कप नामडे का सपना पूरा होता नहीं दिख रहा.

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