Kuwait Fire News: दक्षिणी कुवैत के मंगफ क्षेत्र में विदेशी मजदूरों वाली एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने से करीब 40 भारतीयों की मौत हो गई और 50 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि अल-मंगफ नाम की इस इमारत में भीषण आग लगने से कुल 49 लोगों की जान गई है जिनमें से 42 के बारे में माना जा रहा है कि वो भारतीय थे। अन्य पाकिस्तान, फिलीपींस, मिस्र, नेपाल के नागरिक थे।
दुखद घटना
विदेश मंत्रालय ने बुधवार देर रात एक बयान में कहा, ‘‘कुवैत के मंगफ क्षेत्र में एक आवासीय इमारत में आग की एक दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद घटना में करीब 40 भारतीयों के बारे के माना जा रहा है कि उनकी जान चली गई तथा 50 से अधिक अन्य घायल हो गए। इस इमारत में श्रमिक रहते थे।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना को ‘दुखद’ बताया तथा विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में इस घटना से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। पीएम मोदी ने इस ‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना’ पर गहरा दुख प्रकट किया और शोक संतप्त परिवारों के लिए संवेदना व्यक्त की। उन्होंने मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी घोषित की।
The fire mishap in Kuwait City is saddening. My thoughts are with all those who have lost their near and dear ones. I pray that the injured recover at the earliest. The Indian Embassy in Kuwait is closely monitoring the situation and working with the authorities there to assist… https://t.co/cb7GHN6gmX
— Narendra Modi (@narendramodi) June 12, 2024
'जिम्मेदारी तय की जाएगी'
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फोन पर अपने कुवैती समकक्ष अब्दुल्ला अली अल-याह्या से बातचीत की और उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि आग लगने के कारण जान गंवाने वाले भारतीयों के शव शीघ्र भारत भेजे जाएं। जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ (मैंने) कुवैत में आग लगने की घटना पर कुवैती विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से बातचीत की। (मुझे) इस संबंध में कुवैती अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में बताया गया। (मुझे) आश्वासन दिया गया कि इस घटना की पूरी जांच की जाएगी और जिम्मेदारी तय की जाएगी।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘ (मैंने) अपील की कि जिन लोगों ने जान गंवाई, उनके शवों को उनके देश में जल्द भेजा जाए। उन्होंने कहा कि घायलों का उचित उपचार किया जा रहा है।’’
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह आग में घायल हुए भारतीयों की सहायता की निगरानी करने और मारे गए लोगों के शवों को शीघ्र स्वदेश पहुंचाने के कार्य में सहयोग के लिए कुवैत गए हैं। सरकारी बयान के अनुसार मोदी ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और निर्देश दिया कि भारत सरकार सभी संभव सहायता उपलब्ध कराए। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कुवैत सिटी में आग लगने की घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और वहां प्रभावितों की सहायता के लिए अधिकारियों के साथ काम कर रहा है।’’
घायलों का अस्पताल में चल रहा है इलाज
एक बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा कि कुवैत में भारतीय दूतावास कुवैती अधिकारियों से पूरा ब्योरा जुटाने में लगा है। उसने कहा, ‘‘कुवैत में जो लोग घायल हुए हैं, उन्हें पांच सरकारी अस्पतालों (अडन, जाबेर, फरवानिया, मुबारक अल कबीर और जाहरा) में भर्ती कराया गया है और उनका उपयुक्त इलाज किया जा रहा है।’’ मंत्रालय ने कहा, ‘‘ अस्पताल प्रशासन के अनुसार भर्ती कराए गए ज्यादातर मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है। ’’ कुवैत में भारतीय राजदूत आदर्श स्वैका कई अस्पतालों में गए, उनमें वो अस्पताल भी हैं जहां घायलों को भर्ती कराया गया है।
इमारत में रहते थे एक ही कंपनी के 195 मजदूर
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जो लोग घायल हुए हैं, उनकी मदद करने एवं उन्हें सभी संभव सहायता पहुंचाने के लिए दूतावास स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है। दूतावास को कुवैत प्रशासन से पूरा सहयोग मिल रहा है।’’ अधिकारियों ने बताया कि हताहत हुए भारतीयों में ज्यादातर केरल के हैं। अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर लोगों की मौत धुएं से दम घुटने के कारण तब हुई जब वो सोए हुए थे। उन्होंने कहा कि कई लोगों को बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि आग कुवैत के दक्षिणी अहमदी गवर्नेट के मंगफ क्षेत्र में छह मंजिला इमारत की रसोई में लगी। उन्होंने कहा कि इमारत में एक ही कंपनी के 195 मजदूर रहते थे।
कुवैत टाइम्स ने क्या कहा
कुवैत टाइम्स अखबार की खबर के अनुसार, गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आग से मरने वालों की संख्या 49 तक पहुंच गई है। मंत्रालय ने कहा कि आपराधिक साक्ष्य विभाग के कर्मी वर्तमान में घटनास्थल पर मृतकों की पहचान करने और आग के कारण जानने पर काम कर रहे हैं। इसने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले भवन मालिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। गृह मंत्रालय के सामान्य आपराधिक साक्ष्य विभाग के प्रमुख मेजर जनरल ईद अल-ओवैहान ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, हमें सुबह ठीक 6:00 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे) मंगफ क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिली।’’
पांच अग्निशमनकर्मी हुए घायल
अंग्रेजी दैनिक अरब टाइम्स ने ओवैहान के हवाले से कहा कि मृतकों में अधिकतर केरल, तमिलनाडु और उत्तर भारतीय राज्यों के नागरिक शामिल हैं जिनकी उम्र 20 से 50 साल के बीच थी। संबंधित इमारत को एनबीटीसी समूह ने किराए पर ले रखा था। सूत्रों ने बताया कि मरने वालों में अन्य देशों के भी कुछ नागरिक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान के दौरान पांच अग्निशमनकर्मी घायल हो गए।
हेल्पलाइन नंबर जारी
कुवैत में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारतीय कामगारों को चपेट में लेने वाली दुखद अग्नि दुर्घटना के संबंध में, दूतावास ने एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किया है: +965-65505246। सभी संबंधित लोगों से जानकारी के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ने का अनुरोध किया जाता है। दूतावास हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
एक्टिव मोड में हैं भारतीय अधिकारी
कुवैत की कुल आबादी का 21 प्रतिशत (10 लाख) और इसकी श्रमशक्ति का 30 प्रतिशत (लगभग नौ लाख) भारतीय हैं। कुवैत में भारतीय राजदूत आदर्श स्वैका ने घटनास्थल और बाद में विभिन्न अस्पतालों (अल-अदान अस्पताल, फरवानिया अस्पताल, मुबारक अल-कबीर अस्पताल और जहरा अस्पताल) का दौरा किया जहां 50 से अधिक घायल भारतीय श्रमिकों को भर्ती कराया गया है। भारतीय दूतावास ने कहा कि वह आवश्यक कार्रवाई के लिए कुवैती कानून प्रवर्तन अधिकारियों, अग्निशमन सेवा और स्वास्थ्य विभाग के संपर्क में है।
'लालच का नतीजा'
कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल सबाह ने आग की घटना की जांच के आदेश दिए और अल-मंगफ इमारत के मालिक तथा चौकीदार को पकड़ने के निर्देश जारी किए। कुवैत टाइम्स ने अल सबाह के हवाले से कहा, ‘‘जो हुआ वह कंपनी और भवन मालिकों के लालच का नतीजा है।’’ कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह ने भी अधिकारियों को भीषण आग की जांच करने का आदेश दिया और त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देने का संकल्प लिया। देश के युवराज शेख सबाह खालिद अल-हमद अल-सबाह और प्रधानमंत्री शेख अहमद अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबाह ने लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
भयावह था मंजर
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इमारत में आग की लपटें देखकर वो डर गए थे। इनमें से एक प्रत्यक्षदर्शी ने घटना को याद करते हुए कहा कि एक व्यक्ति ने इमारत की पांचवीं मंजिल से छलांग लगा दी और बालकनी के किनारे से टकराकर उसकी दुखद मौत हो गई।