Share Market News: भारतीय शेयर बाजार में आज फिर एक और उतार-चढ़ाव भरा दिन देखने को मिला। सुबह की तेजी के बाद दोपहर होते-होते आईटी सेक्टर में भारी बिकवाली शुरू हो गई। बाजार बंद होते-होते Sensex और Nifty दोनों ने तेजी खो दी और लाल निशान पर बंद हुए।
अमेरिकी फेड की नीति का असर
शेयर बाजार में इस गिरावट की प्रमुख वजह अमेरिका फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता मानी जा रही है। मुद्रास्फीति के ताजा आंकड़े बताते हैं कि ब्याज दरों में कटौती की गति अपेक्षा से धीमी रह सकती है। इसका सीधा असर भारतीय आईटी सेक्टर के शेयरों पर पड़ा, जो लगभग 4% तक गिर गए।
Sensex और Nifty की स्थिति
- Sensex:
Sensex के 30 में से 29 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। सिर्फ एसबीआई का शेयर 0.59% की बढ़त के साथ हरे निशान पर टिक पाया। - Nifty 50:
Nifty के 50 में से 46 शेयर लाल निशान पर रहे। ADANIENT, SHRIRAMFIN, SBIN, और CIPLA जैसी कंपनियों के शेयरों में मामूली तेजी दर्ज की गई।
आईटी सेक्टर पर भारी दबाव
आईटी इंडेक्स में आज 2.3% की गिरावट देखी गई। इसमें एलटीटीएस, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, और एचसीएल टेक जैसे बड़े नामों ने सबसे ज्यादा नुकसान उठाया। निवेशकों ने आईटी शेयरों से अपना निवेश निकालकर अन्य सेक्टर्स की ओर रुख किया।
अडानी समूह के शेयरों में उछाल
गिरावट के इस माहौल में अडानी समूह के शेयरों ने बढ़त दर्ज की। समूह ने अमेरिकी विदेशी भ्रष्टाचार आचरण अधिनियम के आरोपों से जुड़े स्पष्टिकरण के बाद निवेशकों का भरोसा वापस पाया।
- अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी टोटल गैस में क्रमशः 9% और 9.3% की तेजी रही।
- अडानी ग्रीन एनर्जी ने 8.3% की उछाल दर्ज की, जो 1,072 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
- अडानी पावर, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी विल्मर, और अडानी पोर्ट्स में भी 5% तक की बढ़त देखी गई।
मार्केट कैप में बड़ी गिरावट
आज की गिरावट से BSE में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल मार्केट कैप 1.52 लाख करोड़ रुपये घटकर 442.96 लाख करोड़ रुपये रह गया। यह बाजार के लिए एक बड़ी गिरावट है, जो निवेशकों की चिंताओं को दर्शाती है।
आगे का अनुमान
अमेरिकी फेड की ब्याज दरों पर स्पष्टता और घरेलू आर्थिक संकेतकों पर निर्भर करेगा कि बाजार आने वाले दिनों में किस दिशा में जाएगा। फिलहाल, आईटी सेक्टर की कमजोरी और अडानी समूह की बढ़त बाजार में एक मिश्रित भावनाओं का संकेत देती है।
निवेशकों के लिए सलाह
- लंबी अवधि के निवेशकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।
- आईटी सेक्टर में निवेश फिलहाल सतर्कता से करें।
- मजबूत प्रदर्शन वाले शेयरों जैसे अडानी समूह की कंपनियों पर नजर रखें।
बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि यह दीर्घकालिक निवेशकों के लिए अवसर भी हो सकता है।