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Shaktikanta Das:RBI गवर्नर शक्तिकांत दास की बिगड़ी तबीयत, चेन्नई के अस्पताल में हुए भर्ती

Shaktikanta Das: भारतीय रिज़र्व बैंक के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास को एसिडिटी हुई है और उन्हें जांच के लिए चेन्नई के

Shaktikanta Das: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास को चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूत्रों के अनुसार, एसिडिटी की समस्या के कारण उन्हें जांच के लिए चेन्नई के अपोलो अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, आरबीआई के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि यह एक मामूली समस्या है और चिंता की कोई बात नहीं है। गवर्नर दास अब बेहतर स्थिति में हैं और उन्हें जल्द ही छुट्टी मिल जाएगी।

शक्तिकांत दास: एक कुशल नेतृत्वकर्ता

ओडिशा में जन्मे 67 वर्षीय शक्तिकांत दास भारतीय रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर हैं। दिसंबर 2018 में आरबीआई के गवर्नर का पदभार संभालने वाले दास ने कई महत्वपूर्ण आर्थिक चुनौतियों का सामना किया है। उनके कार्यकाल के दौरान, देश ने कोविड-19 महामारी, यूक्रेन युद्ध के आर्थिक प्रभाव, और ब्याज दरों में ऐतिहासिक बदलाव जैसे कई महत्वपूर्ण पड़ाव देखे।

मौजूदा समय में उनका कार्यकाल 10 दिसंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। उनके नेतृत्व में आरबीआई ने न केवल मौद्रिक नीतियों में स्थिरता बनाए रखी, बल्कि डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए कई सुधारात्मक कदम भी उठाए। उदाहरण के लिए, ऑनलाइन लेनदेन की सीमा में वृद्धि और रेपो दरों में समयानुसार बदलाव उनके कार्यकाल की कुछ अहम उपलब्धियां हैं।

एसिडिटी: कारण, लक्षण, और उपचार

एसिडिटी, जिसे गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) भी कहा जाता है, एक सामान्य समस्या है। यह तब होती है जब पेट का एसिड भोजन नली (ग्रासनली) में लौट आता है। इसके कारण सीने में जलन, पेट में दर्द, मतली, और सूजन जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं।

एसिडिटी के सामान्य कारण:

  1. अनियमित खानपान
  2. अधिक तला-भुना या मसालेदार भोजन
  3. तनाव और जीवनशैली में असंतुलन
  4. लंबे समय तक खाली पेट रहना

उपचार और बचाव के तरीके:

  • आहार पर ध्यान: हल्का और पौष्टिक भोजन करें।
  • जीवनशैली में सुधार: नियमित व्यायाम और योग करें।
  • दवाओं का उपयोग: ओवर-द-काउंटर एंटासिड या डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं लें।
  • परहेज: धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें।

निष्कर्ष:

शक्तिकांत दास की स्वास्थ्य स्थिति फिलहाल सामान्य है, और वह जल्द ही अपने दायित्वों को संभालने के लिए तैयार होंगे। उनके नेतृत्व ने भारतीय अर्थव्यवस्था को कई चुनौतियों के बीच स्थिर बनाए रखने में मदद की है। वहीं, एसिडिटी जैसी समस्याओं से बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने पर जोर दिया जाना चाहिए।

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