Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा में ज़हर ऐसा घुला है कि सांस लेना मुश्किल हो गया है। दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 500 के पार है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक स्तर है। जहांगीरपुरी, आनंद विहार, और अशोक विहार जैसे क्षेत्रों में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। धुंध की मोटी चादर में ढका हुआ शहर आंखों में जलन, गले में खराश और सांस की समस्याओं का कारण बन रहा है। पराली जलाने, वाहनों के धुएं, फैक्ट्रियों और कंस्ट्रक्शन से बढ़ते प्रदूषण ने लोगों को गंभीर खतरे में डाल दिया है।
प्रदूषण का प्रभाव: स्वास्थ्य पर घातक असर
वायु प्रदूषण का बुरा असर सिर्फ फेफड़ों और सांस की नलियों पर ही नहीं, बल्कि शरीर के अन्य अंगों जैसे हार्ट, लिवर, किडनी और पैंक्रियाज़ पर भी हो रहा है। यहां तक कि मामूली सर्दी-खांसी ठीक होने में अब 10-15 दिन लग रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भवती महिलाओं पर प्रदूषण का असर बच्चों पर भी पड़ रहा है, जिनका वजन जन्म के समय कम होता है। साथ ही मिसकैरेज के मामलों में भी वृद्धि देखी जा रही है।
गंभीर बीमारियों का खतरा
प्रदूषण से होने वाली बीमारियां काफी गंभीर हैं। लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर साल करीब 17 लाख लोग वायु प्रदूषण की वजह से मरते हैं। इससे सांस की बीमारी, गठिया, हाई बीपी और अन्य ऑटो इम्यून बीमारियां भी ट्रिगर हो रही हैं। इसके अलावा ठंड के मौसम के चलते स्वास्थ्य पर दोहरा असर पड़ रहा है।
प्रदूषण से बचाव के लिए आयुर्वेदिक और योगिक उपाय
स्वामी रामदेव के मुताबिक, आयुर्वेदिक उपाय और योग से प्रदूषण का असर कम किया जा सकता है।
फेफड़े मजबूत करने के लिए:
- श्वासारि क्वाथ का सेवन करें।
- मुलैठी को उबालकर पीएं।
- चने की रोटी खाएं।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए:
- लौकी का सूप या जूस पिएं।
- लौकी की सब्जी का सेवन करें।
थायरॉइड से बचने के लिए:
- सुबह एप्पल साइडर विनेगर पिएं।
- रात में हल्दी का दूध लें।
- नारियल तेल में खाना बनाएं और रोज़ाना थोड़ी धूप लें।
हाई बीपी के लिए:
- अलसी, हल्दी, लहसुन, दालचीनी, नींबू और तुलसी का सेवन करें।
किडनी और डायबिटीज:
- सुबह नीम के पत्तों का रस लें।
- शाम को पीपल के पत्तों का रस लें।
- खीरा, करेला और टमाटर का जूस पिएं।
- जामुन की गुठली का पाउडर और सदाबहार का फूल भी लाभकारी है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में स्वस्थ जीवनशैली अहम भूमिका निभाती है। रोजाना योग करें, वजन को नियंत्रित रखें, समय पर सोएं और 7-8 घंटे की नींद जरूर लें। मेडिटेशन से भी शरीर को शांति मिलती है और मन को स्थिरता मिलती है, जिससे स्वास्थ्य पर प्रदूषण का असर कम होता है।
दिल्ली की जहरीली हवा से बचाव और स्वास्थ्य के लिए सतर्कता जरूरी है। आयुर्वेदिक उपाय और स्वस्थ आदतों को अपनाकर हम प्रदूषण के दुष्प्रभाव को काफी हद तक कम कर सकते हैं।