Rajasthan Politics: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंगलवार को जयपुर दौरा कई मायनों में खास रहा। हालांकि, पीएम मोदी के मंच पर पहुंचने से पहले एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। लंबे समय से राजस्थान की राजनीति में चर्चित वसुंधरा राजे और दीया कुमारी के बीच रिश्तों में तल्खी की खबरें चल रही थीं। मगर जयपुर में इस मंच पर दोनों नेताओं का आमना-सामना हुआ और वह क्षण चर्चा का केंद्र बन गया।
राजमहल विवाद और बढ़ती तल्खियां
राजस्थान में राजमहल विवाद के बाद वसुंधरा राजे और दीया कुमारी के बीच राजनीतिक दरारें गहराने लगी थीं। वसुंधरा राजे सरकार के दौरान जब राजमहल पर अवैध अतिक्रमण का मुद्दा उठा और संपत्ति को सील कर दिया गया, तब पूरा राजपरिवार सड़कों पर उतर आया। इस घटना के बाद से ही दोनों राजघरानों के बीच खिंचाव देखा गया, और दीया कुमारी को वसुंधरा राजे का विकल्प मानकर उनके समर्थकों में आपसी तनाव बढ़ता चला गया।
राजस्थान विधानसभा चुनावों के दौरान यह तनाव और अधिक स्पष्ट हो गया। वसुंधरा राजे ने मंच से कई बार इशारों-इशारों में दीया कुमारी पर निशाना साधा, वहीं दूसरी ओर दीया कुमारी को लगातार नई पीढ़ी के नेतृत्व के रूप में प्रस्तुत किया गया।
चौंकाने वाली तस्वीर: संवाद और प्रणाम
जयपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से पहले जब दोनों नेता मंच पर पहुंचे, तो सियासी पारा अचानक चढ़ गया। लंबे समय से एक-दूसरे के विरोधी माने जा रहे वसुंधरा राजे और दीया कुमारी पहली बार आमने-सामने आए। मंच पर दीया कुमारी ने वसुंधरा राजे के पैर छूकर उनका अभिवादन किया और दोनों के बीच लंबा संवाद हुआ।
इस तस्वीर ने राजनीतिक गलियारों में नई सुगबुगाहट शुरू कर दी। जहां अब तक दोनों के बीच प्रतिस्पर्धा की चर्चा जोरों पर थी, वहीं इस तस्वीर ने एक अलग संदेश दे दिया। इसे देख विपक्ष भी चुप्पी साधने पर मजबूर हो गया है। सवाल यह उठता है कि क्या यह क्षण दोनों नेताओं के बीच सुलह की ओर इशारा कर रहा है या यह केवल एक औपचारिकता थी?
पीएम मोदी का दौरा: विकास कार्यों का शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जयपुर दौरे का मुख्य उद्देश्य राजस्थान में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करना था। दादिया में आयोजित ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने किसानों के मुद्दे पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि "किसानों के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले न तो खुद किसानों के लिए कुछ करते हैं, न ही दूसरों को करने देते हैं।"
इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान में 46,300 करोड़ रुपये की 24 बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में ऊर्जा, सड़क और रेलवे जैसे बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़े कार्य शामिल हैं।
राजनीतिक संदेश और सियासी समीकरण
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे के साथ-साथ वसुंधरा राजे और दीया कुमारी के मंच पर मिलने की तस्वीर ने सियासी माहौल को एक नई दिशा दी है। यह क्षण आने वाले समय में राजस्थान की राजनीति पर क्या प्रभाव डालेगा, यह देखने वाली बात होगी।
कुल मिलाकर, जयपुर में प्रधानमंत्री मोदी का दौरा केवल विकास परियोजनाओं तक सीमित नहीं रहा। इस दौरान मंच पर हुए अप्रत्याशित घटनाक्रम ने सियासी चर्चाओं को नया मोड़ दे दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या राजस्थान में वसुंधरा राजे और दीया कुमारी के रिश्तों में कोई नई शुरुआत होती है या यह केवल एक मंचीय औपचारिकता बनकर रह जाती है।