Bigg Boss 18: ‘बिग बॉस 18’ से एक हफ्ते पहले एविक्ट हो चुकीं चाहत पांडे ने हाल ही में अपने सफर को लेकर कई अहम बातें साझा की। शो से बाहर आने के बाद उन्होंने अपने दोस्तों और दुश्मनों के बारे में खुलकर बात की, खासतौर पर रजत दलाल के बारे में। चाहत ने रजत के गुस्से को लेकर कई रोचक बातें साझा की हैं, जो उनके फैंस के लिए एक बड़ा आश्चर्य हैं।
दरअसल, एक टास्क के दौरान जब करणवीर मेहरा ने रजत दलाल की दाढ़ी काट दी थी, तो रजत बहुत गुस्से में आ गए थे। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि अगर चाहत की जगह कशिश होती, तो शायद करणवीर का मुंडन हो जाता। लेकिन जब चाहत से इस बारे में सवाल किया गया, तो उनका जवाब पूरी तरह से अलग था।
चाहत का खुलासा: रजत का गुस्सा सिर्फ दिखावा था
चाहत ने इस मामले को लेकर खुलासा करते हुए कहा कि रजत उस समय गुस्से में थे, लेकिन उनकी नाराजगी उतनी गंभीर नहीं थी, जितनी वे कैमरे पर दिखाते थे। उन्होंने कहा, “मैंने कोशिश की कि रजत करण के बाल न काटे, और वो ऐसा नहीं कर पाए, यह अच्छी बात है। लेकिन मेरा मानना है कि अगर किसी को कुछ करना है, तो उन्हें कोई नहीं रोक सकता। अगर रजत सच में गुस्से में होते, तो वे करणवीर के बाल जरूर काटते। लेकिन असल में, उनका गुस्सा उतना नहीं था, जितना उन्होंने कैमरे के सामने दिखाया।"
रजत का गुस्सा था ‘फेक’
चाहत ने आगे कहा, “कुछ समय बाद, जब मैंने रजत के बारे में सोचा, तो मुझे यह समझ में आया कि वह सिर्फ दिखावा करते हैं। वह गुस्से का नाटक करते हुए कहते थे कि ‘मैं तो काट दूंगा, काट दूंगा’, लेकिन असल में उन्होंने कुछ नहीं किया। अगर किसी को किसी काम को करना होता है, तो कोई भी उन्हें रोक नहीं सकता। यह साबित करता है कि उनका गुस्सा नकली था।"
चाहत ने यह भी बताया कि रजत ने टास्क के बाद भी अपना गुस्सा दिखा सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उनके मुताबिक, रजत का गुस्सा फर्जी था, क्योंकि यदि वे सच में गुस्से में होते, तो वह खुद करणवीर के बाल काटने की कोशिश करते।
निष्कर्ष: रजत का गुस्सा था नकली
चाहत पांडे ने बिग बॉस के घर में अपने अनुभवों से यह साबित किया कि रजत का गुस्सा केवल दिखावा था और वह कैमरे के सामने अपनी भावनाओं को ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते थे। चाहत का यह खुलासा दर्शाता है कि वह शो में ना सिर्फ अपनी स्थिति, बल्कि अपने साथी प्रतियोगियों के बारे में भी अपनी राय को बिना किसी झिझक के व्यक्त करने में सक्षम थीं।