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Zelenskyy Resignation:जेलेंस्की हुए इस्तीफा देने को तैयार, पर बदले में जो कहा वह भी जान लीजिए

02:35 PM Feb 24, 2025 | zoomnews.in

Zelenskyy Resignation: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यदि उनके राष्ट्रपति पद छोड़ने से यूक्रेन में शांति लौटती है और देश को नाटो की सदस्यता मिलती है, तो वह इस कदम के लिए तैयार हैं। रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण किए तीन वर्ष पूरे होने के अवसर पर कीव में आयोजित एक सरकारी मंच पर उन्होंने यह महत्वपूर्ण टिप्पणी की। जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि यदि ऐसा करने से नाटो सैन्य गठबंधन की सुरक्षा छत्रछाया में यूक्रेन को स्थायी शांति प्राप्त होती है, तो वह पद छोड़ने को तैयार हैं।

'शांति के लिए पद छोड़ देंगे'

एक पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल कि क्या वह शांति के लिए अपना पद छोड़ सकते हैं, के जवाब में जेलेंस्की ने कहा, "अगर शांति हासिल करने के लिए आपको वाकई मेरे पद छोड़ने की जरूरत है तो मैं तैयार हूं।" उन्होंने आगे कहा, "मैं इसे नाटो के लिए छोड़ सकता हूं।" उनकी यह टिप्पणी हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा दिए गए सुझावों की ओर इशारा करती प्रतीत होती है, जिसमें यूक्रेन में चुनाव कराने की बात कही गई थी। हालांकि, यूक्रेन में मार्शल लॉ लागू होने के कारण चुनाव कराने पर कानूनी रूप से रोक लगी हुई है।

कीव पहुंचे यूरोप और कनाडा के नेता

रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन वर्ष पूरे होने के मौके पर सोमवार सुबह यूरोप और कनाडा के कई नेता ट्रेन से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्री सिबिहा और राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ आंद्री यरमाक ने स्टेशन पर इन विदेशी नेताओं का स्वागत किया। आगंतुकों में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी शामिल थे। इसके अलावा, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा और उत्तरी यूरोप के कई देशों के प्रधानमंत्री भी कीव पहुंचे।

इन नेताओं की यात्रा का उद्देश्य युद्ध की वर्षगांठ से जुड़ी बैठकों में भाग लेना और अमेरिका की नई नीतियों के बीच यूक्रेन को समर्थन देने पर चर्चा करना था। यह दौरा यूक्रेन के लिए पश्चिमी देशों की निरंतर सहायता और समर्थन का एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।

यूक्रेन की नाटो सदस्यता पर भविष्य का दृष्टिकोण

यूक्रेन लंबे समय से नाटो की सदस्यता प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है। हालांकि, रूस का कड़ा विरोध और चल रहे युद्ध के कारण यह प्रक्रिया जटिल बनी हुई है। जेलेंस्की के इस बयान से यह संकेत मिलता है कि वह देश की स्थिरता और सुरक्षा के लिए किसी भी त्याग के लिए तैयार हैं।

अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि नाटो और पश्चिमी देश इस बयान पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं और क्या यूक्रेन को निकट भविष्य में इस सैन्य गठबंधन में स्थान मिल सकता है।