President Vladimir Putin:क्या पुतिन हो जाएंगे गिरफ्तार? मंगोलिया पहुंचते ही उठने लगे सवाल

09:12 PM Sep 03, 2024 | zoomnews.in

President Vladimir Putin: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हाल ही में मंगोलिया की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे हैं। उनकी यात्रा ने अंतरराष्ट्रीय ध्यान को आकर्षित किया है, खासकर इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) द्वारा उनके खिलाफ जारी किए गए गिरफ्तारी वारंट के कारण। यह वारंट यूक्रेन में युद्ध अपराधों, विशेषकर बच्चों के गैरकानूनी निर्वासन के आरोपों के चलते जारी किया गया है। मंगोलिया, जो ICC का सदस्य है, के प्रति पुतिन का स्वागत कड़ा विरोध उत्पन्न कर रहा है, और कई मानवाधिकार संगठनों और देशों ने मंगोलिया से उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।

हालांकि, मंगोलिया की सरकार ने अभी तक इस मांग पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है और पुतिन को सम्मान के साथ स्वागत किया गया है। पुतिन की यात्रा के दौरान, मंगोलिया और रूस के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जो दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करेंगे। मंगोलिया की स्थिति जटिल है क्योंकि उसे ICC के आदेश का पालन करने की कानूनी जिम्मेदारी है, लेकिन उसके रूस के साथ गहरे राजनीतिक और आर्थिक संबंध भी हैं।

अब, अंतरराष्ट्रीय समुदाय और मानवाधिकार संगठनों की नजरें मंगोलिया पर टिकी हैं कि वह इस मुश्किल स्थिति में क्या कदम उठाएगा। क्या वह ICC के आदेशों का पालन करेगा, या रूस के साथ अपने संबंधों को प्राथमिकता देगा? यह देखना दिलचस्प होगा कि मंगोलिया इस स्थिति में कैसे संतुलन बनाए रखता है।

कई देशों ने की गिरफ्तारी की मांग

पुतिन की गिरफ्तारी की मांग पर कई देश भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कई देशों ने मंगोलिया से अपील की है कि वो ICC के आदेश का पालन करें. इसके उलट पुतिन ने इस गिरफ्तारी की फिक्र न करते हुए अपनी यात्रा जारी रखी है. वहीं, पुतिन की मंगोलिया यात्रा और उनकी गिरफ्तारी की मांग ने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है. अब देखना दिलचस्प होगा कि मंगोलिया इस स्थिति में क्या कदम उठाता है? क्या वो ICC के आदेश का पालन करेगा, या फिर पुतिन को अपने देश में सुरक्षित रखेगा?

पुतिन की गिरफ्तारी के लिए मंगोलिया को कानूनी अधिकार है?

मंगोलिया को व्लादिमीर पुतिन की गिरफ्तारी के लिए कानूनी रूप से कुछ अधिकार हैं, लेकिन इसके साथ ही कई जटिलताएं भी हैं. पुतिन के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के कारण मंगोलिया को एक असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है.

कानूनी अधिकार

ICC का सदस्य होना: मंगोलिया ICC का सदस्य है और इसके तहत उसे ICC द्वारा जारी वारंट का पालन करने की कानूनी जिम्मेदारी है. ICC के नियमों के अनुसार, सदस्य देशों को उन व्यक्तियों को गिरफ्तार करना चाहिए जिनके खिलाफ अदालत ने वारंट जारी किया है.

अंतरराष्ट्रीय कानून: अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत, अगर कोई देश ICC का सदस्य है और उसके क्षेत्र में कोई ऐसा व्यक्ति आता है जिसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट है, तो उसे गिरफ्तार करने का अधिकार है.

रूस और मंगोलिया के राजनीतिक संबंध

लेकिन मंगोलिया के सामने कुछ राजनीतिक मजबूरियां भी हैं. मंगोलिया और रूस के बीच काफी नजदीकी राजनीतिक और आर्थिक संबंध हैं. पुतिन की मंगोलिया यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे मंगोलिया को रूस के साथ अपने संबंधों को बनाए रखने की आवश्यकता है. मंगोलिया पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दबाव है कि वह ICC के आदेश का पालन करे, लेकिन साथ ही उसे अपने राष्ट्रीय हितों और रूस के साथ संबंधों को भी ध्यान में रखना होगा.