Rajasthan Politics: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सीएम भजनलाल शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी पूछ रहे थे कौन-सी चक्की का आटा खाते हैं जो 4-4 आरएएस बन गए? तारानगर से लड़ने वाले नेताजी (राजेंद्र राठौड़) से पूछ लीजिए कौन-सी चक्की का आटा खाया। वो ही पूछते थे कौन-सी चक्की का आटा खाया है, अब उनसे पूछ लीजिए।
पीसीसी में बुधवार को बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से कहा- 6 महीने और रुक जाओ, इनके यहां क्या-क्या कारनामे होते हैं। उन्होंने व्यक्तिगत आरोप लगाया है, वह लगा सकते हैं। मैं जब राजस्थान विधानसभा में बोलूंगा, उनके हर आरोप का जवाब दूंगा। उनके कान खड़े हो जाएंगे। उनकी सुनने की क्षमता नहीं होगी और चिल्ला-चिल्ला कर बाहर निकल जाएंगे, भाग जाएंगे।
कुछ है तो जांच करवा लो, आज सीएस से ज्यादा कोई पावरफुल नहीं
डोटासरा ने कहा- अब वो किस स्तर पर चर्चा को ले जाना चाहते हैं, इस पर अभी ज्यादा कहने की जरूरत नहीं है। कुछ है तो जांच करवा लीजिए। उनके पास तो सारी एजेंसियां हैं। ये आरोप लगा सकते हैं, जो डबल इंजन की सरकार बताते हैं। केंद्र की एजेंसियां उनके कब्जे में हैं। जो तांडव नृत्य मचा रखा है, वह सबके सामने है। चंडीगढ़ में मेयर के चुनाव में क्या किया, सबके सामने है। लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे को ईडी बुला रही है। झारखंड में सीएम को बुला रहे हैं। हमारे यहां भी ईडी वाले चाय-नाश्ता करके गए थे। जनता इन्हें जान चुकी है।
उन्होंने कहा- बीजेपी के मंत्री कर क्या रहे हैं। इनके पास करने को कुछ नहीं है। ये तो जुगाड़ करके काम चला रहे हैं। आज किसी को भी पावरफुल माना जाए तो वह हमारा मुख्य सचिव है। मुख्य सचिव छापे मारता है, दफ्तरों में जाता है। इससे पावरफुल मुझे तो कोई नजर नहीं आता।
पीकेसी पर सीएम ने सदन को गुमराह किया, विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएंगे
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- ERCP पर कल मुख्यमंत्री सदन में कह रहे थे कि 3510 एमसीएम पानी मिला है, जबकि एमओयू के हिसाब से 2400 एमसीएम पानी मिलेगा। यह सदन के विशेषाधिकार हनन का मामला है। हम लोग सीएम के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला पेश करेंगे।
सीएम ने सदन को गलत जानकारी देकर गुमराह किया है। पीकेसी में ये सिंचाई के लिए पानी दे नहीं सकते, ये जो पीकेसी का फंडा लेकर आए हैं, वह इज्जत बचाने के लिए लेकर आए हैं। इन्हें वसुंधरा राजे की योजना से चिढ़ थी। उस योजना को हमारी सरकार ने आगे बढ़ाया। अब उस योजना को इन्होंने बिगाड़ दिया। राज्य के हितों का नुकसान कर दिया। इसका खामियाजा इन्हें भुगतना होगा।
सीएम ने जनता के हित की एक बात नहीं कही, केवल आरोप लगाए
डोटासरा ने कहा- कल विधानसभा में मुख्यमंत्री सवा दो घंटे बोले, लेकिन उसमें जनता के काम की एक बात नहीं थी। मुख्यमंत्री का भाषण इतना नीरस था कि हमें हाथ जोड़कर कहना पड़ा कि महाराज अब तो हमारा पीछा छोड़िए। हमने मान लिया आप भाषण अच्छा देते हो। मुख्यमंत्री इतने लंबे भाषण में एक बार भी जनता के लिए नहीं बोले। केवल वही बातें कही, जो ये 5 साल तक हमारी सरकार के खिलाफ बोलते थे। अब तो विधानसभा चुनाव हो गए। जनता ने बहुमत दे दिया। अब तो काम की बात कीजिए और काम करके दिखाइए।
उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री ने जांचें करवाने की बात की। यह जांच करवा देंगे, वो जांच करवा देंगे। आपको जांच के लिए मना कौन कर रहा है? आपके पास सरकारी एजेंसी है, एसआईटी है, पता नहीं क्या-क्या बना दी, एसीबी आपके पास है। आपको जांच के लिए मना कौन कर रहा है?
सीएम ने कहा था- एक ही परिवार से 4-4 आरएएस बन रहे हैं, कौन-सी चक्की का आटा खाते थे
सीएम भजनलाल शर्मा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का जवाब देते हुए नाम लिए बिना डोटासरा पर तंज कसा था। सीएम भजनलाल ने कहा था कि कई सदस्य तो ऐसे हैं, जिन्होंने खुद ने तो कुछ काम नहीं किया। वो अपने पिता और पूर्वजों की खा रहे हैं। लेकिन, बात बड़ी-बड़ी करते हैं। इसलिए एक ही परिवार के 3-3, 4-4 सदस्य आरएएस सिलेक्ट हो रहे थे। वो कौन-सी चक्की का आटा खाते थे, कहां का पानी पीते थे। यही नहीं, आगे सुनिए, नंबर भी सबके बराबर आ रहे हैं। लेकिन, वो तो वही करेगा, जो उसे कहा गया है।