IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा मुकाबला ब्रिसबेन के ऐतिहासिक गाबा स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच में बारिश ने कई बार खलल डाला, लेकिन इसके बावजूद खेल को जल्दी शुरू किया जा सका। गाबा के मैदान की इस खासियत का श्रेय इसके अत्याधुनिक ड्रेनेज सिस्टम को जाता है, जो इसे दुनिया के बेहतरीन क्रिकेट स्टेडियमों में से एक बनाता है।
गाबा: इतिहास और आधुनिकता का संगम
1895 में बने इस स्टेडियम ने अपने शुरुआती वर्षों में कई खेलों की मेज़बानी की। हालांकि, समय के साथ इसे मुख्य रूप से क्रिकेट के लिए समर्पित कर दिया गया। साल 2000 में, गाबा का बड़े पैमाने पर पुनर्निर्माण किया गया, जिसमें आधुनिक तकनीकों का समावेश हुआ। यह स्टेडियम अब न केवल अपनी ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है, बल्कि इसकी अविश्वसनीय जल निकासी प्रणाली इसे अन्य क्रिकेट मैदानों से अलग करती है।
सिफोनिक ड्रेनेज सिस्टम: गाबा का सुपरपावर
गाबा में इस्तेमाल किया गया सिफोनिक ड्रेनेज सिस्टम बारिश के पानी को मिनटों में बाहर निकालने में सक्षम है। इस प्रणाली का आधार है "सिफोन इफेक्ट," जो एक नेगेटिव प्रेशर बनाकर पानी को पाइप के माध्यम से तेजी से खींचता है।
कैसे करता है काम?
सिफोन इफेक्ट का इस्तेमाल करके पानी को ऊंचाई से निचली जगह तक खींचा जाता है। यह प्रणाली पाइप में हवा के प्रवेश को रोकती है, जिससे पानी पूरी क्षमता के साथ नाले में चला जाता है। गाबा के नीचे बने 1.8 मीटर गहरे विशाल नाले में पानी इकट्ठा होकर तुरंत बाहर निकल जाता है।नाला और आउटफील्ड
गाबा के मैदान के नीचे बना यह बड़ा नाला इस सिस्टम की स्पीड को कई गुना बढ़ा देता है। भारी बारिश के बावजूद भी आउटफील्ड को ढकने की जरूरत नहीं पड़ती। बारिश रुकने के कुछ ही मिनटों के भीतर मैदान खेलने लायक हो जाता है।
बारिश में भी गाबा की ताकत
गाबा की यह तकनीक इसे क्रिकेट प्रेमियों के लिए खास बनाती है। जहां दुनिया के अन्य स्टेडियमों में बारिश के बाद खेल शुरू करने में घंटों लगते हैं, वहीं गाबा में यह काम चंद मिनटों में हो जाता है। यही कारण है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान का टेस्ट स्टेटस कभी नहीं छिना और यह हर सीजन में टेस्ट मैचों की मेजबानी करता है।
गाबा का जल निकासी प्रणाली से मिलने वाला गौरव
गाबा स्टेडियम को आज दुनिया के बेहतरीन स्टेडियमों में गिना जाता है। यह सिर्फ आधुनिक तकनीक का ही नमूना नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे सही इंजीनियरिंग और निवेश से प्राकृतिक चुनौतियों को मात दी जा सकती है।
निष्कर्ष:
गाबा स्टेडियम बारिश के बावजूद क्रिकेट को रुकने नहीं देता। इसके सिफोनिक ड्रेनेज सिस्टम और गहरे नाले ने इसे एक ऐसा मैदान बना दिया है, जहां मौसम की बाधाएं भी खेल का रोमांच कम नहीं कर पातीं। यही कारण है कि क्रिकेट प्रेमी इस मैदान पर होने वाले हर मैच का बेसब्री से इंतजार करते हैं।