Israel-Hezbollah War: हाल ही में इजरायल की एक सफल सैन्य ऑपरेशन के तहत हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को मार गिराया गया, जिसने न केवल एक आतंकवादी संगठन की कमान को हिला दिया, बल्कि मिडिल ईस्ट में आतंकवाद के परिदृश्य को भी प्रभावित किया है। इजरायल ने नसरल्लाह के ठिकाने की जानकारी पिछले कई महीनों से हासिल की थी, और उसके खिलाफ ऑपरेशन 'न्यू ऑर्डर' की योजना बनाई गई थी। इस ऑपरेशन में 80 टन बारूद और 60 से अधिक बंकर बस्टर बमों का इस्तेमाल किया गया, जिसने हिजबुल्लाह की पूरी कमांड चेन को खत्म कर दिया।
नसरल्लाह का खात्मा: कैसे हुआ यह सब?
हसन नसरल्लाह का खात्मा सिर्फ 11 सेकेंड में किया गया, जिसमें 9 धमाके हुए। इस दौरान इजरायली सेना ने बंकर बस्टर बम का उपयोग किया, जो कि एक बेहद सटीक और प्रभावशाली हथियार है। इन बमों ने न केवल नसरल्लाह की जान ली, बल्कि हिजबुल्लाह की कई इमारतों को भी तबाह कर दिया। इस ऑपरेशन ने यह सिद्ध कर दिया कि इजरायली खुफिया एजेंसियों की जानकारी कितनी पुख्ता थी।
अगला नेता: हाशेम सफीद्दीन
अब सवाल यह उठता है कि नसरल्लाह की जगह कौन लेगा? इस रेस में सबसे आगे हैं नसरल्लाह के चचेरे भाई हाशेम सफीद्दीन। हाशेम, जो कि पिछले तीन दशकों से हिजबुल्लाह के महत्वपूर्ण नेता के रूप में उभरे हैं, संगठन के वित्तीय और संचालन मामलों का प्रबंधन करते हैं। माना जा रहा है कि वह इस हमले से बच निकले हैं और अब उनकी संभावनाएँ बढ़ गई हैं। हाशेम सफीद्दीन को अमेरिका ने 2017 में आतंकवादी घोषित किया था, और उनकी हिजबुल्लाह के लड़ाकों के बीच मजबूत पकड़ है।
इजरायल का ऑपरेशन 'न्यू ऑर्डर'
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने नसरल्लाह के खात्मे के लिए ग्रीन सिग्नल दिया, जिसके बाद ऑपरेशन 'न्यू ऑर्डर' की शुरुआत हुई। इस ऑपरेशन के तहत इजरायल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर तीन तरफ से हमला किया, जिसमें कई इमारतें जमींदोज हो गईं। इस हमले का असर इतना जबरदस्त था कि बेरुत से 30 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद इमारतें भी हिल गईं।
क्या हिजबुल्लाह खत्म हो गया?
हालांकि, नसरल्लाह की मौत ने हिजबुल्लाह को एक झटका जरूर दिया है, लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगी कि संगठन खत्म हो गया है। हिजबुल्लाह के पास एक मजबूत नेटवर्क है, और हाशेम सफीद्दीन जैसे नेता के नेतृत्व में यह फिर से संगठित हो सकता है।
इस समय हिजबुल्लाह की भविष्य की दिशा पर नजर रखी जा रही है, क्योंकि नसरल्लाह की मृत्यु ने उनके आंतरिक और बाहरी रणनीतियों को फिर से आकार देने की आवश्यकता को जन्म दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि हिजबुल्लाह अपनी अगली रणनीति क्या बनाता है और क्या वह अपनी ताकत को फिर से हासिल कर सकेगा।