IND vs SA:किसे होगा पिच से फायदा? बल्लेबाज करेंगे रनों की बरसात या गेंदबाजों का होगा राज

11:13 PM Dec 25, 2023 | zoomnews.in

IND vs SA: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की शुरुआत 26 दिसंबर (आज) से हो रही है। पहला मुकाबला सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क पर खेला जाएगा। वनडे और टी20 सीरीज के बाद सभी की निगाहें टेस्ट सीरीज पर टिकी हुई हैं। भारतीय टीम ने आज तक साउथ अफ्रीका की धरती पर टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। ऐसे में रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया इतिहास बदलने मैदान पर उतरेगी। आइए जानते हैं, कैसी हो सकती है सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट मैदान की पिच? 

ऐसी हो सकती है पिच 

सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क की पिच से हमेशा से ही गेंदबाजों को मदद मिलती है। यहां की पिच तेज और उछाल भरी है। इसी वजह से यहां पर तेज गेंदबाज कहर बरपाते हैं। इस पिच पर लेकिन उछाल होने की वजह से बल्लेबाज भी बड़ी पारी खेल सकते हैं और खूब रन बना सकते हैं। इसके लिए उन्हें गेंदबाज की लाइन और लेंथ परखनी होगी। सेंचुरियन में स्पिनर्स कभी भी ज्यादा सफल नहीं रहे हैं। ऐसे में दोनों टीमें प्लेइंग इलेवन में एक-एक स्पिनर्स के साथ उतर सकती हैं। 

साउथ अफ्रीका का है दबदबा 

सेंचुरियन साउथ अफ्रीकी टीम का होम ग्राउंड है। इसी कारण से इस ग्राउंड पर साउथ अफ्रीका ने 28 टेस्ट मैच खेले हैं और इनमें से 22 में जीत दर्ज की है। वहीं टीम को सिर्फ तीन में हार का सामना करना पड़ा है। क्रिकबज के मुताबिक इस मैदान पर 13 टेस्ट मुकाबले पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीते हैं। वहीं 11 मैच बाद में बैटिंग करने वाली टीम ने जीते हैं। 

इस टीम ने चेज किया है सबसे बड़ा टारगेट 

सुपरस्पोर्ट के मैदान पर सबसे बड़ा 621 रनों का स्कोर साउथ अफ्रीका ने श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। वहीं सबसे कम 101 रनों का स्कोर इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ बनाया था। इस मैदान पर 251 रनों का सबसे बड़ा टारगेट चेज इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ किया था। 

भारत ने खेले हैं इतने मैच 

भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के सुपरस्पोर्ट के मैदान पर तीन मुकाबले खेले हैं, जिसमे से टीम इंडिया को दो में हार और एक में जीत मिली है। भारत ने विराट कोहली की कप्तानी में साल 2021 में जीत दर्ज की थी। तब केएल राहुल ने टीम इंडिया की तरफ से शतक लगाया था और जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं 2018 और 2010 में खेले गए मैच में टीम इंडिया को हार का मुंह देखना पड़ा था।