Kohli vs Gill: आज, 8 सितंबर 2024 को, शुभमन गिल 25 साल के हो गए हैं। इस उम्र में ही गिल ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे हैं और उन्हें आधुनिक क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। कई लोग मानते हैं कि गिल भविष्य में भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर की तरह प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं। लेकिन क्या यह तुलना अभी सही है?
विराट कोहली के आंकड़े और उनकी उपलब्धियां शुभमन गिल के आंकड़ों से कहीं अधिक प्रभावशाली हैं। कोहली ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों में गजब की बल्लेबाजी की है, और उनके करियर की शुरुआत से ही उनके शानदार प्रदर्शन ने उन्हें एक विश्व स्तरीय खिलाड़ी बना दिया। गिल की तुलना कोहली से उनके वर्तमान आंकड़ों के आधार पर करना शायद उचित नहीं होगा, लेकिन कोहली और गिल के करियर की इस उम्र के आंकड़ों को तुलना करके एक स्पष्ट चित्र मिल सकता है।
25 साल की उम्र में गिल और कोहली की तुलना
जब विराट कोहली 25 साल के हुए थे, उनके आंकड़े उल्लेखनीय थे। उन्होंने 31 टेस्ट पारियों में 42 की औसत से 2503 रन बनाए थे। वनडे में भी उन्होंने 112 पारियों में 4919 रन 52.3 की औसत से बनाए थे, और टी20 इंटरनेशनल में 19 पारियों में 34.5 की औसत से 587 रन बनाए थे। कोहली ने इस उम्र तक कई मैच जीताने वाली पारियां खेली थीं और भारतीय क्रिकेट के लिए दो ICC ट्रॉफियां - 2011 का वनडे वर्ल्ड कप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी - भी जीती थीं।
वहीं, शुभमन गिल ने 25 साल की उम्र में भारत के लिए 25 टेस्ट मैचों में 46 पारियां खेली हैं, जिनमें उन्होंने 35.52 की औसत से 1492 रन बनाए हैं। वनडे में गिल का औसत बहुत अच्छा रहा है, उन्होंने 47 पारियों में 58.2 की औसत से 2328 रन बनाए हैं। टी20 इंटरनेशनल में गिल ने 21 पारियों में 30.42 की औसत से 578 रन बनाए हैं। हालांकि, गिल के पास अभी तक कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं है, और उनकी ओर से कोई ऐसा मैच विजेता प्रदर्शन भी नहीं है जिस पर व्यापक चर्चा की जा सके।
विराट कोहली और शुभमन गिल: भविष्य की संभावनाएं
विराट कोहली का करियर एक दिशा दिखाता है कि किस प्रकार एक युवा खिलाड़ी अपने प्रदर्शन के साथ-साथ टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। गिल के पास भविष्य में वह सभी गुण हैं जो उन्हें महान क्रिकेटर बना सकते हैं, लेकिन वर्तमान में उनके आंकड़े और उपलब्धियां कोहली के शुरुआती करियर के मुकाबले पीछे हैं।
गिल के लिए यह एक प्रेरणादायक समय है, और उनके पास अपनी क्षमता को साबित करने का पूरा मौका है। आने वाले वर्षों में उनकी निरंतरता, संघर्ष और प्रदर्शन ही यह तय करेगा कि वह कोहली की तरह भारतीय क्रिकेट के एक प्रमुख खिलाड़ी बन सकते हैं या नहीं।
अभी के लिए, शुभमन गिल को अपनी कड़ी मेहनत और क्रिकेट के प्रति अपने समर्पण को जारी रखना होगा, और साथ ही भविष्य में अपनी उपलब्धियों के साथ इस तुलना को और भी मजबूत बनाना होगा। विराट कोहली के करियर की ऊंचाइयों को छूने के लिए गिल को अपनी क्षमताओं को और भी उभारना होगा।