BCCI vs PCB: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पिछले ढाई-तीन साल में 4 नए अध्यक्षों को देख लिया है और हर किसी ने जोर लगाकर दावा किया कि वो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के आगे नहीं झुकेंगे. अपने देश में होने वाले बड़े टूर्नामेंटों के लिए टीम इंडिया को पाकिस्तान बुलाने का दबाव डालने के दावे किए. एशिया कप 2023 में इसकी हकीकत दिख गई और अब अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में भी उसकी सारी तिकड़में ढीली पड़ती दिख रही हैं क्योंकि खुद इंटरनेशनल क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस मामले में दखल से साफ मना कर दिया है.
फरवरी-मार्च 2025 में पाकिस्तान आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करेगा. सिर्फ 8 टीमों वाले इस टूर्नामेंट के लिए ज्यादातर टीमों के पहुंचने में तो कोई समस्या नहीं दिखती लेकिन सबसे ज्यादा नजरें भारत के हिस्सा लेने पर हैं. क्या टीम इंडिया इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान जाएगी, जहां आंतकवादी घटनाओं और दोनों देशों के रिश्तों के कारण पिछले करीब 17 सालों से नहीं गई है? पिछले साल एशिया कप की मेजबानी भी पाकिस्तान के पास थी और तब भी टीम इंडिया पाकिस्तान नहीं गई थी.
ICC ने दिया पाकिस्तान को झटका
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने आईसीसी के एक अधिकारी के हवाले से बताया कि इस मुद्दे पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है लेकिन ये भी साफ किया कि वो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को अपनी सरकार की नीतियों के खिलाफ जाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते. दुबई में इन दिनों ICC के एग्जीक्यूटिव बोर्ड की मीटिंग हो रही है, जिसमें ये बात निकल कर आई कि भारतीय टीम के पाकिस्तान जाने पर फैसला टूर्नामेंट के आस-पास ही होगा.
रिपोर्ट में बताया गया है कि आईसीसी बोर्ड के इस सदस्य ने साफ किया कि अगर किसी भी सदस्य देश की सरकार किसी जगह खेलने से मना कर देती है तो ICC को इसके लिए विकल्प तलाशना होगा. इसमें साथ ही ये भी कहा गया कि ICC यही मानकर चलती है कि कोई भी मेंबर बोर्ड अपने देश की सरकार के फैसले के खिलाफ नहीं जाएगा. यानी साफ है कि इस तरह की स्थिति में ICC भी भारतीय बोर्ड को पाकिस्तान जाकर खेलने के लिए मजबूर नहीं कर सकता. ऐसे में पाकिस्तान अब किससे शिकायत करेगा?
हाइब्रिड मॉडल पर होगा टूर्नामेंट ?
अगर इस साल के अंत तक भी भारत सरकार की पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं होता है तो ICC को दूसरा विकल्प तलाशना होगा, जो है हाइब्रिड मॉडल. इसके तहत ही पिछले साल एशिया कप का आयोजन किया गया था, जिसमें भारत ने अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले थे. चैंपियंस ट्रॉफी में क्योंकि 2 अलग-अलग ग्रुप हैं, इसलिए भारतीय टीम अपने सभी ग्रुप मैच और फिर नॉकआउट मैच यूएई में खेल सकती है, जहां अबू धाबी, दुबई और शारजाह के रूप में 3 मशहूर स्टेडियम हैं.