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Udaipur City Palace:विश्वराज सिंह ने पिता की मौत के बाद ये रस्म पूरी की, किए एकलिंग जी के दर्शन

Udaipur City Palace: मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार की 'गद्दी' संभालने के बाद उठे विवाद के बीच विश्वराज सिंह मेवाड़ ने बुधवार को नाथद्वारा रोड स्थित श्री एकलिंगनाथ

Udaipur City Palace: उदयपुर, जिसे महाराणा प्रताप की विरासत और गौरव का केंद्र माना जाता है, आजकल महाराणा प्रताप के वंशजों के बीच चल रहे विवादों के कारण चर्चा में है। तिलक, तलवार और दस्तूर जैसे परंपरागत मुद्दों पर विवाद के बीच, विश्वराज सिंह मेवाड़ ने एकलिंगनाथ जी के दर्शन कर अपनी धार्मिक परंपराओं को निभाने का प्रयास किया। यह दर्शन उनके पिता महेंद्र सिंह के 10 नवंबर को हुए निधन के बाद शोक को भंग करने की प्रक्रिया का हिस्सा थे। इस अवसर पर मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी ताकि किसी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

निषेधाज्ञा लागू और सिटी पैलेस का विवाद

उदयपुर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से सिटी पैलेस और उसके आसपास के क्षेत्रों में भारतीय न्यास संहिता की धारा 163 (पूर्व में सीआरपीसी 144) के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। विश्वराज सिंह को सिटी पैलेस में स्थित पवित्र अग्नि स्थल 'धूणी' के दर्शन की अनुमति दिलाने के लिए बातचीत का दौर जारी है। पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि मामले को सुलझाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की गई है।

गद्दी संभालने के बाद विवाद

विश्वराज सिंह ने हाल ही में चित्तौड़गढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में मेवाड़ राजपरिवार के प्रमुख के रूप में ‘गद्दी’ संभाली। इसके बाद उनकी योजना सिटी पैलेस के ‘धूणी’ और फिर एकलिंगनाथ जी मंदिर जाने की थी। हालांकि, उनके चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस और एकलिंगनाथ जी मंदिर में उनके प्रवेश पर रोक लगाने के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी किए।

अरविंद सिंह मेवाड़, जो श्री एकलिंगजी ट्रस्ट के अध्यक्ष और प्रबंध ट्रस्टी हैं, ने ट्रस्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी। उन्होंने सिटी पैलेस की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल तैनात करने की भी मांग की।

हिंसक प्रदर्शन और प्रशासनिक हस्तक्षेप

नोटिस जारी होने के बाद सिटी पैलेस के प्रवेश द्वार पर पुलिस तैनात कर दी गई। जब विश्वराज सिंह को सिटी पैलेस में प्रवेश नहीं मिला, तो उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया, जो बाद में हिंसक हो गया। हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने विवादित स्थल ‘धूणी’ के लिए एक रिसीवर नियुक्त कर दिया।

वंशजों के बीच जुबानी जंग

अरविंद सिंह मेवाड़ और विश्वराज सिंह के बीच तनाव सार्वजनिक रूप से सामने आ चुका है। अरविंद सिंह के बेटे, लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बिना नाम लिए विश्वराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि अनुष्ठानों के नाम पर आम लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालना अनुचित है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन पर दबाव डालने की कोशिशें हो रही हैं।

लक्ष्यराज सिंह ने यह भी कहा कि अगर किसी को प्रवेश चाहिए, तो उसे अदालत का सहारा लेना चाहिए। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि एकलिंगनाथ जी मंदिर आम जनता के लिए खुला है और वहां कोई भी जा सकता है।

आगे की राह

यह विवाद मेवाड़ की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं के बीच खड़े पारिवारिक और कानूनी मुद्दों को उजागर करता है। राजपरिवार के सदस्यों के बीच बातचीत और सुलह ही इस स्थिति का स्थायी समाधान हो सकता है। उदयपुर की जनता और प्रशासन को उम्मीद है कि महाराणा प्रताप के वंशज अपनी विरासत के अनुरूप गरिमा बनाए रखते हुए इस विवाद को समाप्त करेंगे।

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